हरिद्वार। कुट्टू के आटे से बने पकवान खाने से बीमार हुए अधिकांश लोगों को उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। केवल 5 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। जिनकी हालत में सुधार है, उनको भी जल्दी डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। पहले नवरात्र के व्रत के दौरान ब्रह्मपुरी, श्यामपुर कांगड़ी, काशीपुरा क्षेत्र के कई लोग कुट्टू के आटे से बनी पुरी, रोटी, पकौड़ी खाने से बीमार हो गए थे। रविवार को मेला अस्पताल, जिला अस्पताल, भूमानंद एवं श्यामपुर कांगड़ी स्थित निजी अस्पताल में मरीजों भर्ती किया गया था। सोमवार को इन अस्पताल में भर्ती 122 मरीजों में से अधिकांश को छुट्टी दे दी गई। एसीएमओ डॉ एचडी शाक्य ने बताया कि 3 मरीज जिला अस्पताल में और 2 मरीज भूमानंद अस्पताल में भर्ती हैं। जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. चंदन मिश्रा ने बताया कि जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को फूड प्वाजनिंग जैसी कोई शिकायत नहीं है। उनको बीपी और शुगर की समस्या है जिसके सामान्य होने पर उनको घर भेज दिया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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