हरिद्वार।चिन्मय डिग्री कॉलेज भेल हरिद्वार में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के द्वारा संचालित अग्निशमन सेवा सप्ताह के अंतर्गत महाविद्यालय के समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं को फायर फाइटिंग के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीआईएसफ के फायर एक्सपर्ट एएसआई विपिन शर्मा एवं उनके सहयोगी ने आग लगने के कारण और उसको बुझाने वाले उपकरणों एवं तरीको के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। जानकारी देते हुए विपिन शर्मा ने बताया कि कहीं पर भी आग लगने से कभी भी घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हम निडर होकर आग लगने पर अपना और औरों का भी बचाव कर सकते हैं लेकिन यह तभी संभव है जब हमें इसके बारे में पूर्ण जानकारी हो। उन्होंने बताया कि आग की पहचान हमें स्मैल,धुंआ,स्पार्क और धमाके के माध्यम से ही पता चल पाता है कहीं पर भी आग लगने के कई कारण हो सकते हैं सॉलिड के रूप में, तरल के रूप में, इलेक्ट्रिक और गैस के रूप में उन्होंने इन सभी प्रकार से लगने वाली आग को बुझाने के लिए अलग-अलग उपकरण के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने घर पर प्रयोग होने वाले गैस सिलेंडर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिला को रसोई में हमेशा आप्रेन पहनकर ही कार्य करना चाहिए और हमेशा के कार्य समाप्त होने के पश्चात गैस को रेगुलेटर से बंद कर देना चाहिए ऐसा करने पर ना ही कभी गैस ली होगी और खतरा भी नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि गैस का चूल्हा हमेशा सिलेंडर से एक दो फोटो ऊपर रखा जाना चाहिए और सिलेंडर नीचे। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने कहा कि आजकल गर्मियों के मौसम में अधिकतर आग लगने का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है चाहे वह शॉर्ट सर्किट हो या फिर अन्य किसी भी प्रकार से। आजकल इलेक्ट्रिक और सीएनजी गाड़ियों का चलन भी अत्यधिक बड़ने लगा है इस भीषण गर्मी के मौसम में गाड़ी में आग लगने खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि आजकल प्राय देखा जाता है कि चलते चलते कार, गाड़ी या फिर बस में अचानक आग लग जाती है उस वक्त यही जानकारी महत्वपूर्ण साबित होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आलोक अग्रवाल और संचालन डॉ ओम कांत ने किया। कार्यक्रम समापन पर प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने सीआईएसएफ से आई हुई टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ मनीषा, डॉ अमरदीप, डॉ दीपिका उपाध्याय डॉ चैधरी सुरभि गुप्ता राकेश गुप्ता ज्ञान प्रकाश मोहित एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रही।
हरिद्वार।चिन्मय डिग्री कॉलेज भेल हरिद्वार में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के द्वारा संचालित अग्निशमन सेवा सप्ताह के अंतर्गत महाविद्यालय के समस्त स्टाफ एवं छात्र-छात्राओं को फायर फाइटिंग के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सीआईएसफ के फायर एक्सपर्ट एएसआई विपिन शर्मा एवं उनके सहयोगी ने आग लगने के कारण और उसको बुझाने वाले उपकरणों एवं तरीको के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। जानकारी देते हुए विपिन शर्मा ने बताया कि कहीं पर भी आग लगने से कभी भी घबराना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि हम निडर होकर आग लगने पर अपना और औरों का भी बचाव कर सकते हैं लेकिन यह तभी संभव है जब हमें इसके बारे में पूर्ण जानकारी हो। उन्होंने बताया कि आग की पहचान हमें स्मैल,धुंआ,स्पार्क और धमाके के माध्यम से ही पता चल पाता है कहीं पर भी आग लगने के कई कारण हो सकते हैं सॉलिड के रूप में, तरल के रूप में, इलेक्ट्रिक और गैस के रूप में उन्होंने इन सभी प्रकार से लगने वाली आग को बुझाने के लिए अलग-अलग उपकरण के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने घर पर प्रयोग होने वाले गैस सिलेंडर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि महिला को रसोई में हमेशा आप्रेन पहनकर ही कार्य करना चाहिए और हमेशा के कार्य समाप्त होने के पश्चात गैस को रेगुलेटर से बंद कर देना चाहिए ऐसा करने पर ना ही कभी गैस ली होगी और खतरा भी नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि गैस का चूल्हा हमेशा सिलेंडर से एक दो फोटो ऊपर रखा जाना चाहिए और सिलेंडर नीचे। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने कहा कि आजकल गर्मियों के मौसम में अधिकतर आग लगने का खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है चाहे वह शॉर्ट सर्किट हो या फिर अन्य किसी भी प्रकार से। आजकल इलेक्ट्रिक और सीएनजी गाड़ियों का चलन भी अत्यधिक बड़ने लगा है इस भीषण गर्मी के मौसम में गाड़ी में आग लगने खतरा और भी अधिक बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि आजकल प्राय देखा जाता है कि चलते चलते कार, गाड़ी या फिर बस में अचानक आग लग जाती है उस वक्त यही जानकारी महत्वपूर्ण साबित होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर आलोक अग्रवाल और संचालन डॉ ओम कांत ने किया। कार्यक्रम समापन पर प्राचार्य डॉ आलोक अग्रवाल ने सीआईएसएफ से आई हुई टीम को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ मनीषा, डॉ अमरदीप, डॉ दीपिका उपाध्याय डॉ चैधरी सुरभि गुप्ता राकेश गुप्ता ज्ञान प्रकाश मोहित एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रही।
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