हरिद्वार। सिडकुल की एक बड़ी फूड कंपनी ने आर्थिक संकट के चलते डेढ़ सौ से अधिक कर्मचारियों को निकालने का फरमान जारी कर दिया है। आर्थिक संकट के चलते इस कंपनी में उत्पादन बंद है। निकालने के विरोध में कर्मचारी कंपनी में धरने पर बैठ गए। गुरुवार को कर्मचारियों ने कंपनी मैनेजमेंट के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें मार्च माह का वेतन देकर रिजाइन लिखने को कहा गया है। कर्मचारियों का कहना है कि उनका रोजगार छिन चुका है। ऐसी स्थिति में वे कहां जाएंगे। उनके सामने बच्चों के लालन-पालन और घर खर्च को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। कर्मचारियों का कहना है की पिछले 17 वर्षों से कंपनी में कार्यरत हैं। बृजेश, बृजमोहन, सुनील, रजनीश, राज कुमार, सोनू, देवनारायण, देवेंद्र राणा, प्रदीप कुमार, प्रवीण कुमार, बृजेश फोरमैन, अंकित त्यागी, अंकित कुमार, कल्लू, अंकुर सैनी, नीरज चैधरी, उमाशंकर यादव आदि का कहना है कि तीन-चार महीने से वे लोग घर से बेघर पड़े हैं। जबकि कंपनी बंद है। कम्पनी मैनेजमेंट भी कोई सटीक जवाब नहीं दे रहा है और न ही उन्हें कोई लीगल नोटिस दिया है। बस कंपनी से रिजाइन करने को बोल दिया है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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