Skip to main content

सुर्यग्रहण का भारत मे नही पड़ेगा प्रभाव,यूक्रेन -रूस युद्व हो सकता तेज

 हरिद्वार। शनिवार को पड़ने वाला इस वर्ष का और इस संवत का पहला सूर्य ग्रहण का असर भारत मे नही पड़ेगा। ग्रहण शनिवार व रविवार की मध्य रात्रि को भारत मे पड़ा है। सूर्य ग्रहण लगभग 12ः15 बजे शुरू होकर 4ः30 बजे समाप्त होगा। परंतु यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य नहीं होगा इसलिए इस सूर्य ग्रहण का भारत में किसी भी जातक की राशि पर कोई लाभकारी या हानिकारक प्रभाव नहीं होगा। मगर यह सूर्य ग्रहण जहां पर दृश्य होगा जहां पर दिखाई देगा वहां पर इस सूर्यगहण के विनाशकारी और हानिकारक प्रभाव देखने को मिलेंगे, ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज त्रिपाठी की मानें तो वर्तमान में चल रहे यूक्रेन और रूस युद्ध में और तेजी आ सकती है। सामूहिक हत्या या सामूहिक आत्महत्या हो सकती है और यह युद्ध और विध्वंसकारी हो सकता है युद्ध एक निर्णायक मोड़ की तरफ मुड़ सकता है। बताया कि तेल रिफाइनरी मैं अचानक आग लगने की घटनाएं सामने आ सकती है। साथ ही इस क्षेत्र के किसी राजनेता के पद से हटने या उसके हत्या के प्रयास की घटना भी हो सकती है। पंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि यह इस साल का और इस संवत यानी नल नामक संवत का पहला सूर्य ग्रहण है जो कि 1 मई को पड़ रहा है और एक अच्छी बात यह है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में अदृश्य है भारत में यह दिखेगा नहीं क्योंकि यह 30 अप्रैल की रात को लगभग 12ः15 बजे से 1 तारीख की लगभग 4ः30 बजे तक का यह ग्रहण काल रहेगा आरंभ से लेकर समापन तक का इतना अच्छा समय होता साधकों के लिए परंतु बाकी जन के लिए गृहस्थ के लिए आदि के लिए यह भारत में दृश्य ही नहीं होगा तो इसका प्रभाव भी भारत में पड़ेगा नहीं, किसी भी प्रकार का इसका सूतक और किसी भी प्रकार का इसका विकिरण का प्रभाव न गर्भवती स्त्री और न विद्यार्थी और न कोई उद्योगपति किसी पर भी नहीं पड़ेगा। यह ग्रहण जहां दृश्य है चाहे वह अल्बानिया देश हो चाहे वह उत्तरी दक्षिणी अमेरिका हो जिन हिस्सों में यह दिखाई पड़ेगा वहां पर बुरा असर डालेगा क्योंकि शनि का भी गोचर चेंज हो रहा है शनिचरी अमावस्या की रात्रि को हो रहा है इसके लिए यह बड़ा विध्वंस कारी उन लोगों के लिए साबित होगा अचानक से होने वाले वाली आगजनी की घटना, आतंकवादी घटनाएं गोलीबारी ,आत्महत्या सामूहिक या सामूहिक हत्याएं इस तरह के के दुरुयोग बनाता है, पेट्रोलियम रिफाइनरी में लगने वाली आग एकदम आगजनी हो जाएगी, ऐसा यह दुष्प्रभाव देगा जहां उन स्थानों पर जहां पर यह दृश्य है। यूक्रेन में जिससे युद्ध चल रहा है निश्चित रूप से उस हिस्से में पूरे ग्रहण के प्रभाव के कारण से इस युद्ध की विभीषिका में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी ,युद्ध किसी निर्णायक मोड को ले सकता है परंतु कुछ उन देशों के राजनेताओं के ऊपर प्रभाव बुरा देख रहे हैं किसी राजनेता को सत्ता से बाहर होना पड़ सकता है अथवा किसी राजनेता को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी या किसी राजनेता को हत्या का प्रयास हो सकता है। क्योंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दृश्य ही नहीं है भारत में रात्रि कालीन क्योंकि सूर्य के ऊपर ग्रहण डालेगा तब उसकी वीकिरण का प्रभाव पड़ेगा जब रात को 12ः15 बजे सूर्य ही उदय ही नहीं है और तब तक यह समाप्त हो जाएगा जब तक सूर्योदय होगा ही नहीं तो इस प्रकार से भारत में इसका कोई प्रभाव या दृश्य नहीं है इसी कारण से किसी भी प्रकार का किसी राशि पर बुरा प्रभाव या अच्छा प्रभाव नहीं पड़ेगा। जिन लोगों को विशेष तौर पर दिन में सूर्य ग्रहण पड़ता हो और सूर्य राहु के साथ हो और सूर्य शनि के साथ हो ऐसे लोगों को विशेष तौर पर विशेष उपाय करने चाहिए, सूर्य की वस्तुएं है और शनि की वस्तुएं दान करनी चाहिए उन लोगों के ग्रह गोचर आदि ठीक हो जाते हैं उनको लाभ मिलने लगता है और जीवन के कष्ट दूर हो जाते हैं ।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।