हरिद्वार। एस.एम.जे.एन. काॅलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा ने बताया कि महाविद्यालय में अध्ययनरत बी.ए.,बी.काॅम. तथा बी.एससी.चतुर्थ व षष्टम् सेमेस्टर व एम.ए. तथा एम.काॅम. चतुर्थ सेमेस्टर के मुख्य परीक्षा,बैक पेपर परीक्षा के आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर लाॅगइन करके भरे जा रहे हैं। छात्र-छात्रा द्वारा आनलाईन आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क सहित 7 मई से 21 मई भरे जा सकते है। उसके पश्चात उक्त आवेदन पत्र की हार्ड काॅपी महाविद्यालय में 21 मई तक जमा करानी है। मुख्यपरीक्षा प्रभारी डा.मनमोहन गुप्ता ने बताया कि समस्त छात्र-छात्रा विलम्ब शुल्क से बचने हेतु विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित अन्तिम तिथि से पूर्व ही अपना परीक्षा आवेदन पत्र व परीक्षा शुल्क विश्वविद्यालय तथा काॅलेज में जमा करा दें। डा.गुप्ता ने बताया कि आवेदन पत्र के साथ काॅलेज का परिचय पत्र, अंकतालिका, परीक्षा शुल्क की रसीद संलग्न करनी अनिवार्य है। उक्त सेमेस्टर का परीक्षा का शुल्क विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर छात्र-छात्रा स्वयं ही आनलाईन जमा करायेंगे। छात्र द्वारा आवेदन-पत्र की हार्डकाॅपी महाविद्यालय में जमा करने के पश्चात ही महाविद्यालय प्रशासन द्वारा वैरीफाई किया जायेगा। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा.संजय माहेश्वरी ने बताया कि निर्धारित तिथि तक अपना परीक्षा आवेदन पत्र जमा न करने पर समस्त उत्तरदायित्व सम्बन्धित छात्र-छात्रा का होगा। इस तिथि के पश्चात् परीक्षा आवेदन पत्र विलम्ब शुल्क के साथ 22 से 26 मई तक भरे जा सकेंगे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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