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50वीं पुण्यस्मृति को समारोह पूर्वक मनाया जायेगा,रामकथा का होगा आयोजन

 हरिद्वार। श्री हरेराम आश्रम, कनखल, हरिद्वार के तत्वावधान में आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी श्री असंगानन्द महाराज जी की 50वीं पुण्य स्मृति में स्वर्ण जयन्ती समारोह कार्यक्रम के सन्दर्भ में हरिद्वार के षड्दर्शन संतों की पावन उपस्थिति तथा महामण्डलेश्वर भगवतस्वरूप जी महाराज एवं महामण्डलेश्वर हरिचेतनानन्द जी महाराज जी की अध्यक्षता में गुरूवार को महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। कार्यक्रम संयोजक डॉ० जितेन्द्र सिंह मंगलमय परिवार हरिद्वार ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा सभी सम्मानित संतो के बीच विस्तार पूर्वक बताई। इसके पश्चात कार्यक्रम अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी कपिलमुनि परमाध्यक्ष श्री हरेराम आश्रम कनखल ने ब्रह्मलीन स्वामी असंगानन्द जी के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला और बताया कि उनकी 50वीं जन्म जयन्ती को स्वर्ण जयन्ती समारोह के रूप में मनाने का निश्चय किया गया हैं। 5 से 16 जून 2022 के मध्य समस्त कार्यक्रम सम्पन्न होंगे। 6 जून 2022 को एक विशाल शोभायात्रा एवं कलश यात्रा सम्पन्न होगी, इस यात्रा का शुभारम्भ स्वामी योगऋषि रामदेव अध्यक्ष पंतजलि योगपीठ से करवाए जाने की सभी उपस्थित संतो ने अपनी सहमति प्रदान की। 7 से 15 जून 2022 तक संत विजय कौशल जी महाराज के श्रीमुख से श्रीरामकथा श्रवण करने का सभी को सौभाग्य प्राप्त होगा। श्रीरामकथा का शुभारम्भ के लिए उ०प्र० के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया जा चुका है। काष्णिपीठाधीश्वर संत गुरुशरणानन्द जी महाराज, जूनापीठाश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर अवधेशानन्द जी महाराज, महन्त देवेन्द्र दास जी महाराज, आचार्य बालकृष्ण, निरंजनी पीठाश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर कैलाशानन्द जी महाराज,महानिर्वाणी पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर विशोकानन्द जी महाराज, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवीन्द्रपुरी जी महाराज तथा अन्य विद्वान संतों की पावन उपस्थिति में श्रीरामकथा का कार्यक्रम सम्पन्न होगा। कार्यक्रम का समापन उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के द्वारा होगा। उक्त कार्यक्रम में केन्द्र, उ0प्र0 एवं उत्तराखण्ड सरकार के अनेक गणमान्य मंत्री एवं सांसद तथा विधायक जन प्रतिनिध भी अपना आशीर्वाद देंगे। बैठक मे महामण्डलेश्वर हरिचेतनानन्द जी,महामण्डलेश्वर भगवतस्वरूप जी,महन्त दामोदरदास, महन्त कमलदास जी, महन्त प्रेमदास, महन्त शिवानन्द, महन्त विनोद गिरि महन्त विष्णुदास, महन्त सुतीष्णमुनि, डॉ० प्रेमचन्द्र शास्त्री, नीलाम्बर खर्कवाल, विमल कुमार,डॉ० प्रकाश पंत इत्यादि ने कार्यक्रम के संबंध में महत्वपूर्ण विचार एवं सुझाव दिए। बैठक में महन्त प्रमोददास, स्वामी भरतमुनि,योग गणेनाथ स्वामी कृष्णदास,स्वामी प्रेमानन्द,महन्त रंगनाथदास स्वामी आनन्ददास,कर्मेन्द्र सैनी, सुशान्तपाल,महन्त मोहन सिंह, रमेश उपाध्याय,अनिल कुमार गुप्ता, डॉ० अश्विनी चैहान यशपाल इत्यादि लोग उपस्थित रहे।


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

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