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पेयजल किल्लत के समाधान की मांग को लेकर महानगर व्यापार मंडल का विरोध प्रदर्शन

 हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार में गर्मी बढ़ने के साथ ही पेयजल किल्लत होने पर व्यापारियों ने नाराजगी जताई है। इस मामले में महानगर व्यापार मंडल ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेजकर समस्या के समाधान की मांग की है। बुधवार को महानगर व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चैरसिया के संयोजन में व्यापारियों ने रेलवे रोड शिवमूर्ति के पास प्रदर्शन कर पेयजल किल्लत के लिए जल संस्थान को दोषी ठहराया। उन्होंने संस्थान के लापरवाह अधिकारियों से जल्द शहर में पानी की किल्लत दूर करने की मांग की। जितेंद्र चैरसिया ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द व्यवस्था नहीं सुधरी तो महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में दफ्तरों के बाहर धरना दिया जाएगा। आरोप लगाया कि सुबह नौ बजे ही पानी की सप्लाई बंद हो जाती है, जो शाम छह बजे शुरू होती है। यह रात 10 बजे बंद हो जाती है। सप्लाई का प्रेशर लो होने के कारण पानी ऊपरी मंजिल तक नहीं पहुंचता, जबकि बिल पूरे 24 घंटे पेयजल सप्लाई का लिया जाता है। इससे आम जनमानस तो परेशान है ही। साथ ही श्रद्धालुओं को भी परेशानी उठानी पड़ रही है। सार्वजनिक नल अधिकांश समय सूखे रहते हैं। महामंत्री नाथीराम सैनी एवं कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि गंगा की नगरी हरिद्वार में भी श्रद्धालुओं को अपनी प्यास बुझाने को पानी की बोतलें खरीदनी पड़ रही हैं। इससे शर्मनाक क्या हो सकता है। प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों ने आरोप लगाया कि जल संस्थान की लापरवाही के कारण शहर के कई इलाकों का पानी की किल्लत से यही हाल है। हम मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस गंभीर समस्या से अवगत करवा रहे हैं कि अगर 24 घंटे पानी नहीं मिल सकता तो जितने घंटे पानी मिले, बिल भी उतने ही घंटे का उपभोक्ता को दिया जाए। साथ ही इससे होने वाले राजस्व के नुकसान की भरपाई विभागीय अधिकारियों से वसूली जाए जो समय रहते इन समस्याओं का निदान नहीं करते। विरोध प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से कुलदीप सिंह, उमेश चैधरी,राजेश भाटिया, राजा, गौरव, गौतम, अमित कुमार, गणेश गंभीर, गणेश शर्मा, अतुल चैधरी, रवि अरोड़ा, आशु चैधरी और राजेश शर्मा आदि प्रमुख रहे।


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