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परशुराम चैक पर हवन यज्ञ व पूजा आयोजित

 


हरिद्वार। भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय ब्राह्मण युवजन सभा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष पंडित गौरव कौशिक के संयोजन में कार्यकर्ताओं ने पुराना रानीपुर मोड़ स्थित परशुराम चैक पर हवन यज्ञ व पूजा अर्चना कर प्रसाद वितरित किया। जयंती के उपलक्ष्य में परशुराम चैक पर भव्य सजावट की गयी। इस अवसर पर पंडित गौरव कौशिक ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने हमेशा समाज का मार्गदर्शन कर धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में योगदान किया। श्री हरि के छठें अवतार भगवान परशुराम ब्राह्मण समाज के आराध्य तथा पराक्रम के कारक और सत्य के धारक हैं। सत्य की रक्षा के लिए भगवान परशुराम का संघर्ष सभी को प्रेरणा देता है। उनकी शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में सहयोग करें। पंडित गौरव कौशिक ने कहा कि युवा वर्ग को नशे से दूर रहकर पाश्चात्य संस्कृति का त्याग कर भारतीय संस्कृति को अपनाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार की गरिमा को बचाने के लिए नशे के अवैध कारोबार पर पूरी तरह रोक लगायी जाए। इस अवसर पर साजन शर्मा, मोहित शर्मा, आरडी शर्मा, करण पंडित, मनोज शर्मा, राहुल शर्मा, शुभम शर्मा, कपिल शमार्, विष्णु शर्मा, अखिल शर्मा अंकुर शर्मा आदि मौजूद रहे। 


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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