हरिद्वार। राजकीय प्रधानाचार्य एसोसिएशन ने खंड शिक्षाधिकारियों पर अभद्र और अमर्यादित व्यवहार करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया है कि निरीक्षण के दौरान उनका व्यवहार गलत रहता है। जिसे किसी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गुरुवार को राजकीय प्रधानाचार्य एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल मुख्य शिक्षा अधिकारी के.के.गुप्ता से मिला। प्रधानाचार्य एसोसिएशन ने खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी जताई है। एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष पूनम राणा ने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी प्रधानाचार्य के साथ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं। शिक्षा अधिकारियों की ओर से टेबलेट के डीबीटी को लेकर प्रधानाचार्य का वेतन रोके जाने के आदेश दिए गए हैं। जो सरासर गलत है। जिले को टेबलेट के लिए कितना पैसा का मिला, किस विद्यालय को कितना पैसा गया और क्या प्रगति रही इसकी कोई सूचना प्रधानाचार्य को नहीं दी गई। महामंत्री भानु प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले कई दिनों से शिक्षा विभाग द्वारा प्रधानाचार्यों को लेकर उटपटांग आदेश निकाले जा रहे हैं। खंड शिक्षाधिकारी भगवानपुर की ओर से बैठक में प्रधानाचार्य के साथ अभद्र एवं अमर्यादित व्यवहार किया गया, जो अत्यंत निंदनीय और खेदजनक भी है। प्रतिनिधि मंडल में महेंद्र सिंह,सुधीर कंडवाल,तरुण शर्मा,अजय बहादुर सिंह,रामेन्द्र यादव आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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