हरिद्वार। राज्य कर मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक में मांगों पर कार्रवाई न होने पर पदाधिकारियों ने नाराजगी जताई। निर्णय लिया गया कि मांगों को लेकर 27 मई की सुबह 11 बजे सभी संभागीय और मंडल कार्यालयों में कर्मचारी मीटिंग कर अपने अधिकारियों के माध्यम से आयुक्त कर मांगपत्र भेजेंगे। 6 जून की सुबह 11 से 12 बजे तक गेट मीटिंग कर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद करेंगे। मंगलवार को हरिद्वार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी तथा संचालन महामंत्री राकेश चन्द जखमोला ने किया। बैठक में इस बात को लेकर भी रोष प्रकट किया गया कि विभाग में कर्मचारियों की भारी कमी के बावजूद कर्मचारियों का ढांचा नहीं भेजा रहा है। पदाधिकारियों ने कर्मचारियों के ढांचे, कर्मचारियों के स्थानांतरण नीति में शिथिलता, राज्य कर अधिकारियों के पदों पर शीघ्र पदोन्नति, कर्मचारियों को बार-बार की सूचना हेतु उचित समय और संशाधन उपलब्ध कराना, कर्मचारियों को जीएसटी का गहन प्रशिक्षण दिए जाने समेत 9 बिंदुओं पर दो कार्यक्रम करने का निर्णय लिया है। बैठक में वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र सिंह, उपाध्यक्ष कैलाश जोशी, संयुक्त सचिव आरेंद्र चैहान, संगठन मंत्री उमादत्त जुगरान, प्रांतीय मंत्री सचिन कुमार, राजेन्द बोहरा, प्रांतीय संरक्षक केशव उनियाल, प्रान्तीय सलाहकार देवेश फुलोरिया, कोषाध्यक्ष रविंद्र सैनी आदि उपस्थित थे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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