हरिद्वार। नेशनलिस्ट यूनियन ऑफ र्जलिस्ट्स के संरक्षक एवं पत्रकार कल्याण कोषध्उत्तराखण्ड वयोवृद्ध पत्रकार सम्मान पेंशन योजना समिति के सदस्य त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने महानिदेशक सूचना एवं समिति के सदस्य सचिव से पत्रकारों के कल्याण और उनके हितों सेे जुड़े आर्थिक सहायता और पेंशन प्रकरणों पर विमर्श और उनके निस्तारण हेतु यथाशीघ्र समिति की बैठक बुलाने की मांग की है। महानिदेशक सूचना जो पत्रकार कल्याण कोष समिति के सदस्य सचिव भी हैं को भेजे पत्र में समिति के गैर सरकारी सदस्य त्रिलोक चन्द्र भट्ट ने कहा है कि 08 नवंबर, 2021 को देहरादून में आयोजित बैठक में पत्रकार कल्याण कोषध्उत्तराखण्ड वयोवृद्ध पत्रकार सम्मान पेंशन योजना समिति की बैठक में उत्तराखण्ड संकटाग्रस्त वयोवृद्ध पत्रकार पेंशन योजना का नाम बदल कर ‘उत्तराखण्ड वयोबृद्ध पत्रकार सम्मान पेंशन योजना’ करने, समाचार पत्रध्पत्रिका का स्वामी,मुद्रक,प्रकाशक जो अपने प्रकाशन के संपादक हैं उन्हें भी पूर्वत पेंशन योजना हेतु अर्हता प्रदान करने, पेंशन योजना हेतु 2.5 लाख तक की आईटीआर की अनिवार्यता और कारपस फंड में 5 करोड़ की बढ़ोतरी करने सहित चार प्रस्ताव समिति द्वारा सर्वसम्मति से पारित करते हुए उन पर सहमति प्रदान की गई थी। लेकिन 6 महिने से अधिक का समय बीत जाने के बावजूद समिति की कोई बैठक आहूत नहीं की गयी है। श्री भट्ट के अनुसार नवंबर, 2021 में पारित प्रस्तावों पर अब तक क्या कार्रवाई हुई है उससे समिति के सदस्यों को अवगत नहीं कराया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जो समिति के अध्यक्ष हैं उनकी भी आज तक किसी भी बैठक में उपस्थिति नहीं रही है। उनके स्थान पर दूसरे सरकारी अधिकारी बैठक की अध्यक्षता करते रहे हैं। श्री भट्ट ने सदस्य सचिव को भेजे पत्र में पत्रकार कल्याण कोषध्उत्तराखण्ड वयोवृद्ध पत्रकार सम्मान पेंशन योजना समिति की बैठक बुलाने और अध्यक्ष के नाते कम से कम एक बैठक में मुख्यमंत्री से शामिल होने के लिए अनुरोध करने की मांग की है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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