मेरे पास दलाली या किसी संस्था का कोई पैसा नहीं-यतिनरसिंहा नंद
हरिद्वार। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि कुछ भेड़ की खाल में छिपे हुए भेड़िये अर्थात भगवा में छिपे हुए मुसलमानों के दलाल ये झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि मैंने उनका और उनके परिवार का उनके जेल में रहने के दौरान साथ नहीं दिया। दावा किया कि मेरे पास को दलाली या किसी संस्था का कोई पैसा नहीं है। म0म0नरसिंहानंद एवं स्वामी अमृतानंद यहा सर्वानंद घाट पर पत्रकारो से वार्ता कर रहे थे। प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज सनातन धर्म अभूतपूर्व संकट में है। हर ओर से सनातन धर्म को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी कमजोरी का सबसे बड़ा कारण यह है कि हमने अपने धर्म को छोड़ दिया है और हमारा त्यागा हुआ आरक्षित धर्म ही हमारे विनाश का कारण बन रहा है। आज यदि हमे जीवित रहना है तो सनातन धर्म की ओर ही वापस लौटना पड़ेगा। अब हम दोनों हिन्दुओ के सनातन की ओर लौटने के मार्ग को प्रशस्त करने का प्रयास करेंगे। हिन्दू धर्म स्वीकार करने वाले जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी और अपने सम्बन्धो पर चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि कुछ भेड़ की खाल में छिपे हुए भेड़िये अर्थात भगवा में छिपे हुए मुसलमानों के दलाल ये झूठी अफवाह फैला रहे हैं कि मैंने उनका और उनके परिवार का उनके जेल में रहने के दौरान साथ नहीं दिया तो मैं उन्हें बता दूँ की मेरे पास को दलाली या किसी संस्था का कोई पैसा नहीं है। वह यहां जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी उर्फ वसीम रिजवी को लेने आए थे लेकिन वह उनके आने से पहले रिहा होकर जा चुके हैं उनकी रिहाई हो चुकी है और उनका हमारा साथ यही तक था, अच्छा या बुरा जैसा भी था इसके लिए मैं पूर्णतया दोषी हूं ,मेरी वजह से वे 4 माह से अधिक कारागार में रहे जबकि उनका कोई दोष नहीं था उन्होंने तो केवल सच बोला, मैं इसके लिए स्वयं को जिम्मेदार मानता हूं उन्होंने कहा कि मैंने अपना पूरा जीवन इस्लामिक जिहाद से लड़ने में लगाया और अब शेष जीवन मां और महादेव के यज्ञ और योगेश्वर के प्रचार में लगाना चाहता हूं और आज से मेरा जीवन सार्वजनिक जीवन नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरे से अब तक जो गलतियां हुई है उन सबके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं और आज के बाद मैं किसी भी सार्वजनिक जीवन में नहीं हूं हर हर महादेव हर हर महादेव हर हर महादेव, मेरे जीवन का एक नया अध्याय केवल एक धार्मिक व्यक्ति, मेरे जीवन का नया अध्याय आज से शुरू होता है और मैं अपने पुराने जीवन की सभी गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थी हूं। सुप्रीम कोर्ट में त्यागी जी के बताए वकील खड़े किए जिनमे सिद्धार्थ लूथरा जी को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक जी से प्रार्थना करके खड़ा किया और गौरव भाटिया जी को खुद खड़ा किया। गौरब भाटिया जी का सारा भुगतान हमने किया और सिद्धार्थ लूथरा जी का प्रारंभिक भुगतान हमने किया। केवल अंतिम तारीख पर एक वकील त्यागी जी के परिवार वालो ने खड़ा किया था जिसका भुगतान उन्होंने खुद किया है। जो लोग ये कह रहे हैं कि हम त्यागी जी को जेल से लेने नही गए वो जरा बताए की त्यागी जी के जमानतियो की व्यवस्था करके उनके वेरिफिकेशन में कौन लोग लगे हुए थे। हमारे पास हमारी एक एक बात का प्रमाण है। अगर किसी को इन बातो में कोई संशय है तो वो जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी जी से बात करने इसकी सत्यता को जान सकता है। जो संत आज जितेन्द्र नारायण सिंह त्यागी के साथ है वो मीडिया मैनेज करके मेरी सारी विश्वसनीयता को समाप्त करने पर तुले हैं। कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपना चरित्र हनन नहीं करने दुगा। जो जिस भाषा में समझेगा,उसे उसी भाषा के ठीक से उत्तर देने का हर संभव प्रयास करुंगा। वार्ता में स्वामी अमृतानन्द ने कहा कि अब हम योगेश्वर की गीता को आधार बनाकर अपने धर्म के प्रचार का कार्य करेंगे और सम्पूर्ण विश्व को सनातन धर्म समझाने का प्रयास करेगे ताकि दुनिया धर्म और अधर्म के अंतर को समझ सके।
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