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जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फं वसीम रिजवी ने जताई संन्यास लेने की इच्छा

 


हरिद्वार।  हेट स्पीच मामले में अंतरिम जमानत पर जेल से रिहा हुए जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने सन्यास लेने का फैसला किया है। मंगलवार को शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप के साथ जितेंद्र नारायण त्यागी निरंजनी अखाड़े पहुंचे और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज से भेंटकर सन्यास लेने की इच्छा जतायी। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं निरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने भेंटवार्ता के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि जितेंद्र नारायण त्यागी के सन्यास ग्रहण करने की इच्छा जताने के बाद इस संबंध में अखाड़ों, संत समाज, विद्वत परिषद आदि से विचार विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या जितेंद्र नारायण त्यागी निरंजनी अखाड़े के संत बनेंगे। इस पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि यह उन पर निर्भर है कि वे सन्यास के लिए किस अखाड़े का चुनाव करते हैं। उन्होंने कहा कि सन्यास लेने के बाद जितेंद्र नारायण त्यागी सभी धर्म समुदायों के लिए समान रूप से काम करेंगे। शाम्भवी पीठाधीश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि जेल में रहने के दौरान ही जितेंद्र नारायण त्यागी ने सन्यास लेने की इच्छा जतायी थी। इसी को लेकर आज अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी से मुलाकात करने आए हैं। 


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गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।