हरिद्वार। ट्रेड यूनियन कोआर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी) के राष्ट्रीय महामंत्री एसपी तिवारी ने कहा कि केंद्रीय श्रम महासंघ के 11 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में उत्तर प्रदेश के हंसराज अकेला को तीसरी बार महासंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। अवधूत मंडल आश्रम में तीन दिवसीय सम्मेलन के अंतिम दिन अधिवेशन में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने अंतरराष्ट्रीय मुद्दों,आर्थिक हालात,किसानों की समस्या,बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी,कामगारों के न्यूनतम वेतन,सरकारी उपक्रमों में विनिवेश,आयुध निर्माणी का निगमीकरण, प्रवासी मजदूर को सुरक्षा प्रदान करना आदि विषयों पर अपने-अपने विचार रखे। अधिवेशन में संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री एसपी तिवारी ने कहा कि तीन दिवसीय अधिवेशन में भारत के सभी कामगारों के विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा की गई है। प्रवासी मजदूर, निर्माण मजदूर, असंगठित मजदूर और घरेलू मजदूर इब सब के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। चर्चा के बाद बहुत से प्रस्ताव मिले हैं। इसके साथ मजदूरों की समस्याओं को अधिवेशन में उठाया गया है। तमाम मुद्दों पर रणनीति बनाई जाएगी। तमाम घोषणाओं की अगले तीन सालों के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी और चुनी हुई कमेटी इन मुद्दों के समाधान के लिए कार्य करेगी। इनमें से कुछ विषयों जैसे असंगठित क्षेत्र में मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा का लाभ, टास्क फोर्स का गठन आदि मुद्दों के समाधान के लिए भारत सरकार से मांग की जाएगी। हरिद्वार सिडकुल में श्रमिकों का मुद्दा भी अधिवेशन में सामने आया है। इसमें हमारे द्वारा निर्णय लिया गया है कि उत्तराखंड कमेटी इस मुद्दे को देखेगी और श्रमिको की समस्या का समाधान करेगी। तीन दिवसीय अधिवेशन में 18 राज्यों से पहुंचे 26 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अधिवेशन की कुल 16 घंटे की कार्रवाई में 56 प्रतिनिधियों ने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे। अधिवेशन के दौरान टीयूसीसी के केंद्रीय सचिव मंडल के 11 सदस्य और केंद्रीय कमेटी के 31 सदस्यों का चुनाव भी किया गया। चुनाव को चुनाव अधिकारी अजय कुमार हलदार ने संपन्न कराया। इसके साथ ही संगठन ने संगठित व असंगठित मजदूरों की समस्याओं के समाधान के लिए 15 घोषणाएं भी हरिद्वार से की। हरिद्वार से की गई घोषणाओं को अंगीकृत करने एवं जिले राज्य एवं केंद्रीय स्तर पर अपने संगठन का प्रचार प्रसार व श्रमिकों को जागरूक करते हुए संगठित करने के निर्देश भी प्रतिनिधियों को अधिवेशन के दौरान दिए गए। अधिवेशन में हंसराज अकेला,रत्नेश्वर गोगोई,गुलाम रसूल गिलानी,एसपी तिवारी,रविंद्र कुमार, इंद्र सिंह,अनिता जनेजा,टी आनंद वर्धन,सत्येंद्र नारायण सिंह,कुमार स्वामी, रविन्द्र दुबे, अरुण कुमार, लाल बहादुर, सुषमा कुरीन,टी धेर्मेन्द्र, जयंत वर्मा आदि लोग शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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