हरिद्वार। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 मई को हरिद्वार में यूपी टूरिज्म विभाग के नए होटल भागीरथी का लोकापर्ण करेंगे। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक आदि वरिष्ठ नेता शामिल रहेंगे। भागीरथी होटल के उद्घाटन के साथ ही यूपी टूरिज्म का पुराना अलकनन्दा होटल उत्तराखंड पर्यटन निगम के अधीन हो जाएगा। पहाड़ी शैली से बनाए गए भागीरथी होटल में 100 कमरों में 12 वीआईपी और 88 लग्जरी रूम हैं। आधुनिक सुख-सुविधाओं से युक्त भागीरथी होटल में लिफ्ट, एसी और बैंक्वेट हॉल की व्यवस्था भी है। योगी के आगमन और कार्यक्रम को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। सप्ताह भर से उत्तर प्रदेश के अधिकारी हरिद्वार में डेरा डाले हुए हैं। योगी के साथ मंच पर स्थानीय वरिष्ठ संतों को भी बैठाने की व्यवस्था की गई है। संतों को कार्यक्रम में आने के लिए निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। तय कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 अप्रैल को सुबह 11.30 बजे भागीरथी होटल का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद 12.30 से दोपहर 2 बजे तक का समय आरक्षित रखा गया है। दोपहर 2.15 बजे योगी आदित्यनाथ ऋषिकुल महाविद्यालय में स्पर्श गंगा स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम के बाद वह जौलीग्रांट एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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