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यज्ञ वही जो मानव मन को सत्कर्म की ओर प्रेरित करेंः डॉ पण्ड्या

 विश्व भर में २५ लाख घरों में एक समय में हुआ गायत्री यज्ञ


हरिद्वार। वैश्विक स्तर पर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के मार्गदर्शन में बुद्ध पूर्णिमा को एक साथ एक समय में २५ लाख घरों में गायत्री यज्ञ सम्पन्न किया। शांतिकुंज से प्रशिक्षित यज्ञाचार्यों की टीम ने आनलाइन संचालन किया। सोशल मीडिया के कई प्लेटफार्म से जुड़े अनेक याजकों ने अपने-अपने घरों में यज्ञ किया। वहीं अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय डॉ प्रणव पण्ड्या एवं श्रद्धेया शैलदीदी ने भी अपने कक्ष से यज्ञीय आयोजन में जुड़े। उधर इंग्लैण्ड सहित कई देशों में देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने विशिष्ट जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से अपनी आहुतियाँ समर्पित की। मलेशिया में हेमंत वर्मा ने यज्ञीय कर्मकाण्ड सम्पन्न कराया। अपने संदेश में अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि विश्व में आसन्न संकट से उबरने तथा शांति स्थापित होने और प्राणि मात्र के उत्तम स्वास्थ्य हेतु सामूहिक रूप से विश्व भर में गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि यज्ञ वही सार्थक है, जो मानव मन को सत्कर्म की ओर प्रेरित करे। यज्ञ का अर्थ है दान, देवपूजन एवं संगतिकरण। यज्ञ मात्र अग्निहोत्र को ही नहीं कहते हैं, वरन् परमार्थ परायण कार्य भी यज्ञ है। यज्ञ स्वयं के लिए नहीं वरन् प्राणि मात्र के कल्याण के लिए किया जाता है। संस्था की अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि संपूर्ण विश्व के संताप को हरने और शांति स्थापित होने के भाव से अखिल विश्व गायत्री परिवार के करोड़ों परिजनों ने अपने-अपने घरों में यज्ञ किया है। हम लोगों ने भी परिजनों के साथ मिलकर यज्ञ में भागीदारी की। एक उद्देश्य को लेकर एक साथ एक समय में किये गये पुरुषार्थ में अपार शक्ति होती है। अभियान के संयोजक केदार प्रसाद दुबे ने बताया कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भारत के अलावा कनाडा, इंग्लैण्ड, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित अनेक देशों में गायत्री परिजनों ने प्रातः नौ बजे से यज्ञ किया। इस अवसर पर कोरोना के समूल नाश एवं पीड़ितों के स्वास्थ्य लाभ तथा वैश्विक स्तर पर आसन्न संकट के उबरने हेतु विशेष वैदिक मंत्रों के साथ यज्ञ सम्पन्न किया। सभी ने विशेष जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से यज्ञ में आहुतियाँ डाली। उन्होंने बताया कि इसका सजीव प्रसारण यूट्यूब चैनल-शांतिकुंज वीडियो एवं फेसबुक आईडी-में किया गया।


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