हरिद्वार। भारत की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत गुरुकुल कांगड़ी विवि में विश्व साइकिल दिवस मनाते हुए साइकिल रैली का आयोजन किया गया। विवि के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के द्वारा राष्ट्रीय एकता, पर्यावरण जागरूकता हेतु गुरुकुल परिसर में साइकिलिंग की। रैली को कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने हरी झंडी दिखाकर तथा साइकिलिंग कर सहभागिता निभाई। कुलपित प्रो. रूप किशोर शास्त्री और कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि विश्व साइकिल दिवस मनाने के पीछे कईं उद्देश्य और फायदे हैं। साइकिल हमारे पर्यावरण के लिए फायदेमंद हैं, वहीं साइकिल चलाना सेहत के लिए भी लाभकारी है। ऐसे में साइकिल का हमारे जीवन में अहम स्थान है। शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के प्रभारी डॉ. अजय मलिक ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि साइकिल परिवहन का एक सरल, सस्ता, विश्वसनीय और पर्यावरण के अनुकूल साधन है। योग विज्ञान विभाग के डॉ. ऊधम सिंह ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थानों, ऑफिस, सोसायटी आदि में साइकिल चलाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए इस दिन की शुरुआत हुई। इस अवसर पर डॉ. मोहर सिंह, डॉ. धर्मेंद्र बालियान,डॉ.सुहास, वीरेंद्र पटवाल,हेमंत सिंह नेगी,डॉ.विक्रम चैधरी,निष्कर्ष सिंह नेगी, मानी, देव चैधरी, तन्मय चैधरी,नागेंद्र राणा, रोहित गोयल,डॉ.भारत वेदालंकार,डॉ.अरुण कुमार,सुनील कुमार,डॉ.नितिन भारद्वाज,सिकंदर रावत,प्रदीप कुमार, अंकुर, देवेश,नरोत्तम,किशन,वेद प्रकाश थापा, भूपेंद्र,आलोक झा,अनुज पंवार आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment