हरिद्वार। तीर्थनगरी मे मानूसन की पहली बारिश ने लोगों को राहत के साथ आफत भी दे दी। मानसून की पहली बारिश ने ही नगर निगम द्वारा किए गए दावों की पोल खोल कर रख दी है। शहर के कई क्षेत्रों मे जहां पहली बारिश में जहां-तहां जलभराव दिखा वहीं हरिद्वार के सबसे पॉश माने जाने वाले इलाके रानीपुर मोड़ के पास एक बस फस गई जिसे बड़ी मुश्किलों के बाद निकाला गया। आपको बता दें कि मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद जिला प्रशासन ने भी हरिद्वार के बारिश को देखते हुए एलर्ट जारी किया है। बारिश से जहां एक तरफ उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है वहीं दूसरी तरफ जलभराव होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जलभराव के कारण हरिद्वार के नागरिकों को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा जहां भगत सिंह चौक के पास एक बस पलटी है वही नालों के ओवरफ्लो के कारण गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है। धर्मनगरी हरिद्वार में गुरुवार सुबह से लगातार बारिश हो रही है, यह मानसून की पहली बारिश है। बारिश के चलते कई स्थानों पर जलभराव हो गया है, पहली बारिश ने नगर निगम के दावों की भी पोल खोल कर रख दी है। मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट के बाद जिला प्रशासन ने भी हरिद्वार में बारिश को देखते हुए अलर्ट जारी किया है, बारिश से जहां एक तरफ उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली है वहीं दूसरी तरफ जलभराव होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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