हरिद्वार। रिश्तेदार की मौत के चलते सत्यनारायण की कथा कर पाने में असमर्थ रहे कथावाचक से यजमान ने गालीगलौच करते हुए हत्या की धमकी दी। सोशल मीडिया पर पोस्ट अपलोड करते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दे डाली। कथावाचक की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कनखल पुलिस ने इस संबंध में यजमान के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। क्षेत्र के राजागार्डन जगजीतपुर निवासी कथावाचक कैलाश चंद्र पोखरियाल ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया क िवह पूजा-पाठ संपन्न कराने का कार्य करते हैं। 13 जून को विजय गर्ग पुत्र प्रदीप गर्ग निवासी संदेश नगर निकट हरि गिरी आश्रम के यहां सत्यनारायण भगवान की कथा करने की बात तय हुई थी लेकिन उसी दिन रुड़की में एक रिश्तेदार की मौत होने के चलते उन्हें वहां जाना पड़ा। इस बाबत उन्होंने विजय गर्ग को सूचना दे दी थी लेकिन इसके बावजूद विजय गर्ग ने मोबाइल फोन पर गाली गलौच कर दी। यही नहीं पहाड़ मैदान को लेकर भी उन पर टिप्पणी करते हुए सोशल मीडिया पर भी बदनाम करने की धमकी दी। जिसके बाद एक न्यूज पोर्टल पर उनके खिलाफ खबर चलाकर फेसबुक पर अपलोड भी कर दी और हत्या करने की धमकी भी दी। प्रभारी निरीक्षक मुकेश चैहान ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment