हरिद्वार। केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री गिरिराज सिंह एवं उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शांतिकुंज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रमुखद्वय श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या व श्रद्धेया शैलदीदी से भेंट किया। प्रमुखद्वय ने केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री को युवाओं के विकास सहित समाज के प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए आवाहन किया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि योग दिवस के मौके पर शांतिकुंज आकर मन को शांति एवं सुकुन मिला है। श्री निशंक ने कहा कि डॉ. साहब से मिलकर नई ऊर्जा मिलती है। वहीं केन्द्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री ने देवसंस्कृति विवि शांतिकुंज स्थित बाल्टिक सेंटर का अवलोकन किया और प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा अर्चना की। इस दौरान उन्होंने देवसंस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पण्ड्या से भेंटकर विवि द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न प्रकल्पों की विस्तृत जानकारी ली। प्रतिकुलपति डॉ. पण्ड्या ने श्री सिंह एवं श्री निशंक को युग साहित्य एवं गायत्री मंत्र लिखित चादर ओढ़ाकर सम्मानित किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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