हरिद्वार। उपजिलाधिकारी हरिद्वार पूरण सिंह राणा ने गुरूवार को मन्सा देवी मन्दिर पैदल मार्ग का निरीक्षण कर खामियों को परखा। निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियों को दुरूस्त करने के निर्देश उन्होेने मन्दिर प्रबधंक को दिए है। निरीक्षण करने पहुचे उपजिलाधिकारी ने देखा कि पैदल मार्ग पर बिजली-पानी की अव्यवस्था के साथ ही सीढ़ियां भी कई जगह टूटी हुई हैं। बेंच पर अतिक्रमण है, तो बारिश के चलते सीढ़ियों पर कीचड़ भी फैला हुआ है। एसडीएम सदर पूरण सिंह राणा ने गुरुवार को मनसा देवी पैदल मार्ग का निरीक्षण किया तो इस तरह की अवस्थाएं हर तरफ दिखाई दीं। एसडीएम के निरीक्षण में मनसा देवी पैदल मार्ग पर दो से तीन जगह सीढ़ियां टूटी हुई पाई गईं। लाइट की व्यवस्था भी सही नहीं है। गोल चौक के पास सीढ़ियों पर कीचड़ फैला हुआ है, तो वहीं मनसा देवी पैदल मार्ग पर जगह-जगह रखी गई बेंच पर भी अतिक्रमण किया हुआ है। श्रद्धालुओं के लिए पैदल मार्ग पर पानी की व्यवस्था के लिए रखे गए टैंक भी बेकार हो चुके हैं। जिनमें पानी की सुचारू व्यवस्था भी नहीं पाई गई। एसडीएम ने मनसा देवी मार्ग पर सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए मनसा देवी मंदिर समिति और राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क प्रशासन को निर्देाशत किया है। साथ ही पैदल मार्ग पर सफाई व्यवस्था के लिए मंदिर समिति को दो कर्मचारियों की तैनाती के लिए कहा गया है।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment