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गौ दर्शन, सद्गुरु देव एवं माता-पिता की सेवा से जीवन का होता है कल्याण: बाबा रामदेव

 


हरिद्वार। हरि सेवा आश्रम में आयोजित वार्षिकोत्सव व संत सम्मेलन का आदि गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज, उत्तराखंड विधानसभा की अध्यक्ष ऋतु खंडूरी, हरि सेवा आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज,पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के भ्रमणशील जमात के महंत व संत सम्मेलन कार्यकम के अध्यक्ष रघुमुनि महाराज, कोठारी महंत दामोदर दास महाराज, कार्यक्रम के संयोजक महंत कमल दास महाराज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि गौ दर्शन,सद्गुरु देव एवं माता-पिता की सेवा से जीवन का कल्याण होता है और जीवन के सभी संताप स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं। योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि अच्छे संत और गुरुदेव के दर्शन मात्र से ही जीवन के अनिष्ट समाप्त होकर जीवन का उदयमान होता है हमें अपने जीवन में अपने माता पिता सदगुरुदेव, गौ-गंगा-गीता की सेवा करते हुए सनातन धर्म को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शरीर को स्वच्छ और सुंदर रखने के लिए योग की आवश्यकता होती है उसी प्रकार सनातन धर्म के संवर्धन और संरक्षण के लिए अच्छे और सच्चे सदगुरुदेव की शरण व सुमरन भी जरूरी है। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने कहा कि संतों के शरण में आने से अच्छे संस्कार मिलते हैं और जीवन की सभी कठिनाई दूर हो जाती हैं तथा आध्यात्म को जीवन में ग्रहण कर सद्मार्ग पर चलने का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि मठ मंदिर आश्रम शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने सभी संत महात्माओं एवं माता-पिता से आग्रह करते हुए कहा कि हमें बालिकाओं की शिक्षा पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए और अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा विधायक आदेश चैहान ने भी संबोधित कर संतो से आशीर्वाद प्राप्त किया। संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि संत महात्माओं और गुरुदेव की कृपा से मनुष्य का कल्याण होता है क्योंकि संत और गुरु जीवन के जीने की दृष्टि बदल देते है और सद्मार्ग पर चलाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। गुरु अजर अमर है गुरु शिष्यों को शब्द प्रदान कर जीवन को उन्नत और सार्थक बनाकर परमात्मा से मिलाने का मार्ग बतलाते हैं। इस मौके पर भूमापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी अच्युतानंद महाराज ने कहा कि गुरु पिता भी होता है पर सद्गुरु एक होता है जो जीवन को आनंद और सच्चिदानंद के साथ पारब्रह्म परमेश्वर से मिलाने का काम करता है। महानिर्वाणी अखाड़े के आचार्य पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर विशोकानंद भारती ने कहा कि सद्गुरू देव मनुष्य को जीवन के अंधकार से प्रकाश की ओर अग्रसर करने का मार्ग प्रशस्त करते हैं आप सभी शिष्यों को सदगुरु देव की कृपा से तीर्थनगरी में एक ही स्थान पर इतने बड़े समूह में संतो का दर्शन कराने वाले महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज के रूप में एक अच्छे सदगुरु मिले है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महानिर्वाणी अखाड़े के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि हरि का दर्शन कराने के लिए महामंडलेश्वर हरि चेतन आनंद महाराज ने हरिद्वार के हरिपुर कलां के हरिसेवा आश्रम में संत महात्माओं के दर्शन करा कर शिष्यों के जीवन के सभी संताप नष्ट कर जीवन को सार्थक व उन्नत बना दिया है। संत सम्मेलन को पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण,परमार्थ निकेतन ऋषिकेश के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती,हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानन्द गिरि,पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के कोठारीदामोदर दास,महामंडलेश्वर प्रेमानंद महाराज,महामंडलेश्वर विज्ञानानंद महाराज, महामंडलेश्वर विवेकानंद महाराज,महामंडलेश्वर हंस आनंद महाराज,महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश, महंत सत्यव्रतानंद,महामंडलेश्वर शिवानंद भारती,महामंडलेश्वर ललित आनंद महाराज महामंडलेश्वर शिवानंद महाराज,महामंडलेश्वर भगवत स्वरूप,महामंडलेश्वर अनंतराम,महंत दुर्गादास महाराज,पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी,श्रीमहंत देवानंद सरस्वती, महंत रामकृष्ण महाराज,महंत सुरेश मुनि,महंत दुर्गादास,महंत दुर्गादास,महंत ऋषिश्वरानन्द, महंत केशवनंद,महंत राधा गिरी,महंत शुभम गिरि,महंत हरिहरानंद, बाबा हठयोगी, महंत दिनेश दास महाराज ने संबोधित किया। भ्रमण शील जमात के महंत रघु मुनि दास महाराज की अध्यक्षता में आयोजित वार्षिकोत्सव व संत सम्मेलन मे पहुंचे संत महात्माओं महामंडलेश्वर व राजनीतिक गणमान्य का कार्यक्रम संयोजक महंत कमल दास महाराज ने माल्यार्पण कर स्वागत किया।


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