हरिद्वार। शहर मे यातायात व्यवस्था को और चुस्त करने के लिए यातायात पुलिस की ओर से ई-रिक्शाचालको,आॅटो रिक्शा के लिए नये सिरे से रूट निर्धारित करते हुए जाम की स्थिति को काबू करने की ओर कदम बढ़ा दिये है। इस सम्बन्ध मे पुलिस अधीक्षक यातायात हिमांशु वर्मा व सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में प्रचलित चारधाम यात्रा के दृष्टिगत हरिद्वार शहर क्षेत्रान्तर्गत बढ़ते हुए यातायात के दबाव को कम करने व सुगम, सुचारू व निर्वाध यातायात संचालन हेतु ऑटो,विकम ई-रिक्शा संचालको के पदाधिकारियों के साथ गोष्ठी आयोजित गयी थी जिसमें क्षेत्राधिकारी नगर, क्षेत्राधिकारी यातायात, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी,निरीक्षक यातायात भी उपस्थित रहे। उक्त गोष्ठी में सुगम, सुचारू व निर्वाध यातायात संचालन हेतु निम्न सुझाव दिये गये जिसमें सभी लोगों के आपस में विचार विमर्श के बाद उक्त यातायात प्लान जनहित व्यवस्थित करते हुए 29जून से हरिद्वार शहर में लागू किया जाएगाऋषिकेश से आने वाले ऋषिकेश सेन्टर के सभी विकमों को जयराम मोड़ से यू-टर्न लेकर चमगादड़ टापू में पाक किया जायेगा। भीमगौड़ा ऑटो स्टैण्ड को भीमगोड़ा से हटाकर चमगादड़ टापू में शिफ्ट किया जायेगा व वहीं से इनका संचालन किया जायेगा। भीमगोड़ा से खड़खड़ी से सूखी नदी से दूधाधारी तक ऑटो विक्रम ई-रिक्शा का संचालन वन वे में किया जायेगा तथा दूधाधारी से भीमगौड़ा की तरफ आने वाले ऑटो विक्रम ई-रिक्शा का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा। शिवमूर्ति तिराहा से हरकी पौड़ी तथा भीमगौड़ा से हरकी पौड़ी तक ऑटो विक्रम ई-रिक्शा का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा।ब्रह्मपुरी तिराहा से बाल्मिकी चैक तथा चण्डीचैक से बाल्मिकी चैक व शिवमूर्ति चैक तक ऑटो विक्रम ई-रिक्शा का प्रवेश प्रतिबन्धित रहेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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