हरिद्वार। राजस्थान के मेड़ता के पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल थानवी ने नौ लावारिस व्यक्तियों के अस्थि कलश अस्थि प्रवाह घाट पर गंगा में विसर्जित किए। पुरोहित मक्खन चक्खन के पंडित महेश शर्मा ने पूर्ण विधि विधान तथा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ अस्थि प्रवाह संपन्न कराया। इस दौरान मेड़ता के पूर्व पालिकाध्यक्ष अनिल थानवी ने बताया कि अपनी माता स्वर्गीय शोभा देवी थानवी की प्रेरणा से वे पिछले 15-20 सालों से नागौर जिले में मिलने वाले लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कराने के साथ उनकी अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने का कार्य कर रहे हैं। थानवी ने कहा कि हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार मृत्यु के बाद अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करने के बाद ही मृतक की आत्मा को शांति प्राप्त होती है। गुरु पुराण में भी उल्लेख है कि यदि किसी व्यक्ति का कोई नाते रिश्तेदार नहीं हो तो ब्राह्मण का दायित्व है कि मृत्यु होने पर ऐसे व्यक्ति का अंतिम संस्कार करे और उसकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित करें। थानवी ने बताया कि वे अब तक 111 लावारिस व्यक्तियों का अंतिम संस्कार व उनकी अस्थियां गंगा में प्रवाहित कर चुके हैं। यह सिलसिला आगे भी अनवरत् रूप से चलता रहेगा।
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