हरिद्वार। उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह यानि डामकोठी में ठहराने के नाम पर एक सैन्य अधिकारी समेत दो लोगों से कई हजार की रकम ऑनलाइन ठग ली गई। मामला सामने आने पर डामकोठी के प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने इस संबंध में डीआईजी-एसएसपी डॉ योगेंद्र सिंह रावत और एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को लिखित शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। बताते चले कि उत्तराखण्ड राज्य अतिथि गृह जो कि डामकोठी नाम से जाना जाता है,डामकोठी पर प्रदेश से लेकर देश भर के वीवीआईपी, वीआईपी ठहरते हैं। राज्य संपत्ति विभाग के अधीन डामकोठी के लिए बुकिंग राज्य सम्पत्ति विभाग या जिलाधिकारी हरिद्वार के कार्यालय में होती है। डामकोठी के व्वस्थाधिकारी गिरधर प्रसाद बहुगुणा एवं व्यवस्थापक दीपक नैथानी ने पुलिस अधिकारियों को दी गई शिकायत में बताया कि विकास श्रीवास्तव निवासी कानपुर यूपी ने उन्हें जानकारी देकर बताया कि उन्होंने ऑनलाइन डामकोठी में ठहरने के लिए बुकिंग थी। बाकायद उपलब्ध कराए गए दो मोबाइल फोन नंबरों में यूपीआई की मदद से करीब 4800 रुपये भी दिए थे। इसके बाद मोबाइल फोन नंबरों पर संपर्क करने पर रिस्पॉस नहीं मिला। आरोप है कि डामकोठी में ठहराने के नाम पर आमजन को ठगा जा रहा है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह के अनुसार मामले मे सीआईयू को दोनों मोबाइल फोन नंबरों कि डिटेल दी गई है, जिसका जल्द खुलासा कर दिया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment