हरिद्वार। क्षत्रिय सम्राट पृथ्वीराज चैहान की 873वीं जयंती पर आदर्श चैहान मंच द्वारा शिव विहार आर्य नगर ज्वालापुर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान मंच के अध्यक्ष डा.के.पी.एस.चैहान ने पृथ्वीराज चैहान के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पृथ्वीराज चैहान का जन्म एक जून 1149 को पाटण, गुजरात में हुआ था तथा इनकी मृत्यु 11 मार्च 1192 को तारोरी, अजमेर में हुई थी। उन्होंने 14 वर्ष शासन किया। पृथ्वी राज चैहान को शब्दभेदी बाण का ज्ञान प्राप्त था। जब उनके मित्र श्रीचन्द्र बरदायी ने मोहम्मद गौरी के दरबार में चार बांस चैबीस गज अंगुल अष्ट प्रमाण, ता ऊपर सुल्तान है मत चूको चैहान पंक्ति सुनाई तब पृथ्वीराज चैहान ने बाण चला कर मोहम्मद गौरी को मौत के घाट उतार दिया था। डा.चैहान ने कहा कि समाज के लोगों को अपने बच्चों को क्षत्रिय महापुरुषों के जीवन से अवगत कराने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। सचिव आवेश चैहान ने पृथ्वीराज चैहान का पारिवारिक इतिहास बताते हुए कहा कि इनकी मां का नाम कपुरी देवी तथा पिता का नाम सोमेश्वर चैहान था। उन्हें छः भाषाओं संस्कृत, पैशाची, शौरसेनी, मागधी, अपभ्रंश भाषा का ज्ञान प्राप्त था। चैहानो की कुल देवी मां शाकुंभरी देवी है। इस अवसर पर डा.के.पी.एस. चैहान, आवेश चैहान, एड.कुशलपाल सिंह चैहान, सुखबीर चैहान, प्रवीण चैहान, सुषमा चैहान, उन्नति चैहान, दीपक चैहान, एड.साधना चैहान, आकाश चैहान, एस.पी.एस.चैहान, अजय चैहान, ईशा चैहान, ब्रज भूषण, सुबोध चैहान, सतीश चैहान आदि मौजूद रहे।
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