हरिद्वार। उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा सुश्री कुसुम कण्डवाल ने शुक्रवार को पिरान कलियर, रुड़की में हुई दुष्कर्म की घटना की पीड़िता माँ व 6 वर्षीय बेटी से मुलाकात की। अध्यक्ष कुसुम कंडवाल राज्य महिला आयोग द्वारा गठित जांच समिति के साथ रुड़की स्थित उप जिला चिकित्सालय में पहुँची। जांच समिति में जिला कार्यक्रम अधिकारी,प्रभारी,वन स्टॉप सेन्टर मौके पर उपस्थित रहे। वहां उपचार के लिए भर्ती रेप पीड़िता महिला व बेटी से अध्यक्ष सुश्री कुसुम कंडवाल ने बातचीत की व घटना की जानकारी ली,साथ ही उन्होंने उसके परिवार संबंधी जानकारी भी ली। वहां उपस्थित लोगों द्वारा यह बताया गया कि वह महिला अपनी बेटी को लेकर कलियररैन बसेरे में रहती थी। आयोग की अध्यक्ष ने उप जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से मिलकर उसके स्वास्थ्य के बारे में जाना, जिन्होंने कहा की वह अब स्वस्थ है,उसका उपचार हो चुका है। उस के रहने के स्थान की चिंता करते हुए आयोग की अध्यक्ष ने महिला से मौके पर बात की कि उसकी व उसकी 6 वर्षीय बेटी की सुरक्षा व देखभाल हेतु नारी निकेतन भेजने की बात कही, जिस पर महिला राजी है। अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने तत्काल जिलाधिकारी हरिद्वार को पत्र लिख कर उस महिला को नारी निकेतन देहरादून भेजने की कार्यवाही के लिए कहा ताकि उस महिला व 6 वर्षीय बेटी का भविष्य खतरे में न रहे। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, प्रभारी, वन स्टॉप सेन्टर ने दी।
हरिद्वार। उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा सुश्री कुसुम कण्डवाल ने शुक्रवार को पिरान कलियर, रुड़की में हुई दुष्कर्म की घटना की पीड़िता माँ व 6 वर्षीय बेटी से मुलाकात की। अध्यक्ष कुसुम कंडवाल राज्य महिला आयोग द्वारा गठित जांच समिति के साथ रुड़की स्थित उप जिला चिकित्सालय में पहुँची। जांच समिति में जिला कार्यक्रम अधिकारी,प्रभारी,वन स्टॉप सेन्टर मौके पर उपस्थित रहे। वहां उपचार के लिए भर्ती रेप पीड़िता महिला व बेटी से अध्यक्ष सुश्री कुसुम कंडवाल ने बातचीत की व घटना की जानकारी ली,साथ ही उन्होंने उसके परिवार संबंधी जानकारी भी ली। वहां उपस्थित लोगों द्वारा यह बताया गया कि वह महिला अपनी बेटी को लेकर कलियररैन बसेरे में रहती थी। आयोग की अध्यक्ष ने उप जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से मिलकर उसके स्वास्थ्य के बारे में जाना, जिन्होंने कहा की वह अब स्वस्थ है,उसका उपचार हो चुका है। उस के रहने के स्थान की चिंता करते हुए आयोग की अध्यक्ष ने महिला से मौके पर बात की कि उसकी व उसकी 6 वर्षीय बेटी की सुरक्षा व देखभाल हेतु नारी निकेतन भेजने की बात कही, जिस पर महिला राजी है। अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने तत्काल जिलाधिकारी हरिद्वार को पत्र लिख कर उस महिला को नारी निकेतन देहरादून भेजने की कार्यवाही के लिए कहा ताकि उस महिला व 6 वर्षीय बेटी का भविष्य खतरे में न रहे। यह जानकारी जिला कार्यक्रम अधिकारी, प्रभारी, वन स्टॉप सेन्टर ने दी।
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