हरिद्वार। अचीवर्स होम पब्लिक स्कूल के छात्र कनखल निवासी अंश शर्मा ने सीबीएससी की इंटरमीडिएट परीक्षा में 94.8 अंक प्राप्त करके विद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। अंश शर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व अपनी माता अनामिका शर्मा तथा पिता पुनीत शर्मा को देते हुए कहा कि विद्यालय के शिक्षकों, माता-पिता के मार्गदर्शन में ही उन्हें परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि यूपीएससी की तैयारी कर आईएएस बनना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। डीएवी सेंटनरी पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज कुमार कपिल ने सीबीएससी की इंटरमीडिएट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने करने वाले विद्यालय के छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके भविष्य की कामना करते हुए बताया कि विज्ञान वर्ग में प्रियांशी सैनी ने 97.6, चेष्टा उप्रेती ने 96.8, अक्षत सैनी ने 96.6, आरुषि चौधरी ने 96.4, ऋषभ शुक्ला ने 96.4, कीर्ति अग्रवाल ने 95.6, अक्षिता बहुगुणा ने 95.2, आर्यन चुग ने 95, अमन खट्टर ने 95,हार्दिक कंसल ने 94.4,मुग्धा शर्मा ने 94.4,आंचल मठपाल ने 92.8, उत्कर्ष तनेजा ने 92.6, आर्जव जैन ने 92,अंकित नेगी ने 91.8,देवांश कुमार ने 91,आयुष धीमान ने 90.2, सुनीता सपरा ने 90 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। कला वर्ग में अभिनव पवार 94, अंजलि बरमोला 94,मानवी राणा 92,वैष्णवी चौधरी 91.2 प्रतिशत अंक तथा वाणिज्य ग्रुप में साक्षी अगरवाल 96.4,स्मृति मेवार 96, कार्तिक अग्रवाल 93.2,अंकित चौहान 92.6,राघव अग्रवाल 92.4, धु्रव शर्मा 92.2,अंकित सपरा ने 90.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। डीपीएस रानीपुर की छात्रा दिव्यांशी वर्मा ने हाई स्कूल में 93 प्रतिशत अंक लाकर हरिद्वार का नाम रोशन किया है। दिव्यांशी वर्मा हरिद्वार के वयोवृद्ध पत्रकार मधुकांत प्रेमी की पौत्री हैं। दिव्यांशी के पिता अवनीश प्रेमी वर्तमान मे इंडिया वॉइस चैनल के उत्तराखंड स्टेट हेड हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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