हरिद्वार। उत्तरी हरिद्वार के सप्तऋषि क्षेत्र में दिल्ली के तीन युवा कांवड़िए गंगा की मुख्य धारा में डूब गए। एसडीआरएफ और जल पुलिस के सर्च ऑपरेशन में एक कांवड़िए का शव बरामद कर लिया गया, जबकि दो कांवड़ियों की तलाश जारी है। हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। दिल्ली के मानसरोवर पार्क न्यू मार्डन जिला शाहदरा के रहने वाले अमन 23, प्रियांशु श्रीवास्तव 23, यश गुप्ता 21 और विनीत शनिवार को कांवड़ यात्रा के लिए निकले थे। वे दोपहिया वाहन से पहुंचकर उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र के एक आश्रम में ठहरे थे। रविवार को परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर नहाने के लिए पहुंचे। इसी दौरान एक युवक प्रियांशु अचानक डूबने लगा, जिसे बचाने का प्रयास कर रहे तीनों दोस्त भी डूबने लग गए। इधर, चीख पुकार सुनकर गंगा घाट पर मौजूद रहे लोगों ने एक युवक विनीत को बचा लिया और तीन युवक डूब गए। तीन युवकों के डूबने की खबर मिलने पर आनन-फानन में एसडीआरएफ और जल पुलिस को बुलाया गया। राफ्ट की मदद से युवकों की तलाश शुरू की गई। कई घंटों की मशक्कत के बाद एक युवक अमन का शव गंगा से बरामद हुआ। प्रियांशु और यश गुप्ता का पता नहीं चल सका। सूचना मिलने पर परिजन भी देर रात यहां पहुंच गए। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। युवकों की मौत से परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है। कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि तीनों युवक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं। एसडीआरएफ और जल पुलिस लापता युवकों की तलाश में जुटी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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