हरिद्वार। कांवड़ मेले में तैनात किए गए डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों ने मंगलवार को मेला अस्पताल में अपनी ज्वाइंनिंग दी। कांवड़ मेले के स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी ने बताया कि मेला क्षेत्र में लगने वाले 20 अस्थायी चिकित्सा कैंप में करीब ढाई सौ कर्मियों की तैनाती है। जिसमें डॉक्टर, फार्मासिस्ट एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी तैनात हैं। स्वास्थ्य विभाग कांवड़ मेले में आने वाले शिवभक्तों के लिए जिले में 20 स्थानों पर अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाएगा। सभी अस्थायी चिकित्सा शिविरों पर चिकित्सक, फार्मासिस्ट एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती की गयी है। कांवड़ मेले का कंट्रोल रूम मेला अस्पताल में बनाया गया है। मंगलवार को कंट्रोल रूम में पहुंचकर मेला अस्पताल में तैनात चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्वाइनिंग दी। कांवड़ मेले के नोडल अधिकारी डॉ.राजेश गुप्ता के अनुसार मंगलवार को चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने ज्वाइनिंग दी। उन्होंने बताया कि बुधवार को एंबुलेंस और 108 वाहनों के चालक ज्वाइनिंग देंगे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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