हरिद्वार। कांवड़ मेला समापन के बाद अब नगर मे सफाई व्यवस्था को चुस्त करने के लिए नगर निगम प्रशासन पूरी तरह से एक्शन मे हैं। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने खुद ही इस सफाई अभियान की कमान संभाल ली है। मंगलवार को शहर की स्वच्छता के लिए नगर निगम की टीम ने भीड़ कम होते ही गंगा घाट एवं अन्य क्षेत्रों पर पसरी गंदगी को साफ करने के लिए बड़े स्तर सफाई अभियान शुरू कर दिया है। ज्ञात रहे कि पिछले करीब 14 दिन चली कांवड़ मेला के दौरान करोड़ों की संख्या में कांविड़ए हरिद्वार पहुंचे और पुण्यलाभ कमाते हुए गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए, लेकिन ये कांवड़िये गंगा घाटों पर गंदगी के अंबार छोड़ गए। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कांवड़ मेले के बाद सफाई अभियान को शुरू करने के लिए सोमवार शाम को ही कार्ययोजना तैयार कर ली थी। नगर आयुक्त ने सोमवार को सफाई निरीक्षकों के साथ बैठक की थी। नगर आयुक्त ने मेला क्षेत्र में चलाए जाने वाले सफाई अभियान के लिए संबंधित सफाई निरीक्षकों एवं सफाई नायकों को दिशा निर्देश जारी कर विशेष सफाई अभियान के लिए निगम क्षेत्र को 15 सेक्टरों में विभाजित किया था। प्रत्येक सेक्टर में 25 कर्मचारी प्रत्येक पाली में तैनात करने के आदेश दिए भी सोमवार को ही दे दिए थे। नगर आयुक्त ने बताया कि कांवड़ यात्रा के अंतिम दिन सुबह से दोपहर तक भी काफी संख्या में कांवड़ियों के शहर में मौजूद रहने के कारण सफाई अभियान शाम पांच बजे आरंभ किया गया। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि यह सफाई अभियान तीन दिन तक जारी रहेगा। सफाई के बाद कीटनाशक दवाई के छिड़काव और फॉगिंग का कार्य भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सफाई अभियान में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कार्य स्थल पर मौजूद रहकर सफाई अभियान को जल्द खत्म कर नगर निगम क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले कांवड़ मेला क्षेत्र को स्वच्छ करना है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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