हरिद्वार। एक बैंक कर्मी ने रोशनाबाद कोर्ट के दो अधिवक्ताओं पर जाली हस्ताक्षर कर उनकी कार की फर्जी पावर आफ अर्टोनी बनाकर थाने से कार छुड़ाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दो अधिवक्ताओं समेत चार के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि रोशनाबाद कोर्ट के अधिवक्ता मयंक त्यागी से वर्ष 2016 में चचेरे भाई के साथ जान पहचान हो गई। घर भी आना जाना शुरू हो गया। दोस्ती में 11 लाख रुपये की कार अपने नाम लेकर मयंक त्यागी को दे दी। सभी किश्तें उसे चेक से पूरी कराई जाती थी। 2019 मे मयंक से अपनी गाडी को वापस मांगते समय कहासुनी हो गई थी। लेकिन उसने गाडी देने से इनकार कर दिया था। आरोप लगाया कि काफी कहासुनी के बाद भाई के माध्यम से गाड़ी वापस ले ली। चेकबुक भी दोस्त के पास थी। आरोप लगाया कि रंजिश को रखते चेकबुक के कई चेक फाडकर एक चेक नाजिम पुत्र अकबर निवासी सलेमपुर व एक चेक मयंक ने अपने जूनियर रहमान को दे दिया। चेक बाउंस होने के बाद उसके खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी करा दिए गए। 16 मार्च को उसकी गाड़ी से भेल में एक एक्सीडेंट हो गया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने उस गाड़ी को कब्जे में लिया। आरोप लगाया कि गाड़ी की फर्जी पावर ऑफ आर्टनी तैयार कर दो फर्जी गवाह एवं फर्जी नोटरी कराकर गाड़ी अपने नाम दिखा कर गाड़ी रानीपुर कोतवाली से छुडा ली। एसएसपी को शिकायत दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। थक हारकर उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार उनियाल ने बताया कि प्रवीण कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी बुलंदशहर यूपी की शिकायत पर अधिवक्ता मयंक त्यागी पुत्र एसके त्यागी निवासी विवेक विहार रानीपुर मोड एवं अधिवक्ता दिनेश चन्द्र गौतम रोशनाबाद न्यायालय और अनीस एवं परवेश के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment