हरिद्वार। नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा ने नवोदय नगर की शिवालिक गंगा विहार में सड़क व नाली तथा नवोदय नगर के टिहरी विस्थापित कॉलोनी में सड़क व नाली निर्माण का कार्य पूजन के बाद शुरू किया। इस मौके पर अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि नवोदय नगर में कई कार्य निर्माणाधीन है। आने वाले 1 वर्ष के अंदर यहां कई सड़क, नाली, पुलियाओं के निर्माण के साथ ही कई हाई मास्क लाईट लगवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि राम धाम के देवनगर, नवोदय नगर के नेहरू कॉलोनी, सुभाष नगर व टिहरी विस्थापित कॉलोनी में अनेक सड़कों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। कई सड़कों का कार्य जारी है क्षेत्र की शेष बची सड़कों का निर्माण कार्य भी बहुत शीघ्र पूरा करा दिया जाएगा। इस मौके पर अवनीश मिश्रा,रितु ठाकुर,अंशुल शर्मा,गौरव गुर्जर,दीपक नौटियाल,सुनील कौशिक,अशोक शर्मा,महावीर गोसाई, अवधेश राय,दीपक चंदेल, भानु प्रताप,संचित डांगर, अंकुश मलिक,आर्यन शर्मा,दुर्गेश यादव,दीपा जोशी,मनोज शुक्ला,मनीष मिश्रा,प्रदीप ब्यास,अमित श्रीवास्तव,प्रवीण सिंह,शिवाकांत पाठक,डॉ नीरज सैनी,केवल सिंह,हर्षपति भट्ट,देवेंद्र बिष्ट,सुरेंद्र कुशवाहा,जयपाल सिंह,कैलाश जोशी, प्रफुल्ल सिंगल,देवेंद्र गोसाई, मुकेश रावत आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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