हरिद्वार। कोरोना के 2 साल बाद कांवड़ मेला के दौरान लाखों की तादाद में शिव भक्त रोजाना हरिद्वार पहुंच रहे हैं। लेकिन हरिद्वार में शिव भक्तों की सेवा करने वालों की भी कमी नहीं है। हरिद्वार के स्वर्गीय गुरु मोती महंत सेवा आश्रम में हरियाणा के रोहतक जिले के गांव कलानौर, खैरड़ी,धामड़,पिलाना से सैकड़ों की तादाद में पधारे शिवभक्त डाक कांवड़ियों का स्वागत आश्रम की संस्थापक महामंडलेश्वर उर्मिलानंद गिरि किन्नर अखाड़ा द्वारा किया गया। आश्रम में कांवड़ियों की सेवा के लिए 14 जुलाई से निरंतर भंडारे का प्रसाद सुबह शाम वितरित किया जा रहा है। इतना ही नहीं जलपान की व्यवस्था और महत्वपूर्ण दवाई और मेडिकल की मूलभूत व्यवस्था भी आश्रम में कावड़ियों के लिए निशुल्क की गई है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर उर्मिल आनंद गिरि ने कहा कि शिव तो सभी के प्रिय हैं और पूरी दुनिया के पालनहार हैं। शिव भक्तों का धर्मनगरी हरिद्वार में स्वागत सत्कार करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय गुरु मोती आश्रम सदैव के लिए मानव सेवा के लिए खुला हुआ है। इस अवसर पर सुनील तंवर ने कहा कि हरिद्वार में कोरोना के 2 साल बाद आयोजित हो रही भव्य कांवड़ यात्रा दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। जिसमें कुछ ही दिनों में करोड़ों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार गंगाजल लेने पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव सभी की आस्था का केंद्र हैं और पूरी दुनिया भोले की दीवानी है। स्वर्गीय गुरु मोती महंत आश्रम का मूलभूत सिद्धांत ही दूर दराज से आए श्रद्धालुओं की सेवा करना है।
हरिद्वार। कोरोना के 2 साल बाद कांवड़ मेला के दौरान लाखों की तादाद में शिव भक्त रोजाना हरिद्वार पहुंच रहे हैं। लेकिन हरिद्वार में शिव भक्तों की सेवा करने वालों की भी कमी नहीं है। हरिद्वार के स्वर्गीय गुरु मोती महंत सेवा आश्रम में हरियाणा के रोहतक जिले के गांव कलानौर, खैरड़ी,धामड़,पिलाना से सैकड़ों की तादाद में पधारे शिवभक्त डाक कांवड़ियों का स्वागत आश्रम की संस्थापक महामंडलेश्वर उर्मिलानंद गिरि किन्नर अखाड़ा द्वारा किया गया। आश्रम में कांवड़ियों की सेवा के लिए 14 जुलाई से निरंतर भंडारे का प्रसाद सुबह शाम वितरित किया जा रहा है। इतना ही नहीं जलपान की व्यवस्था और महत्वपूर्ण दवाई और मेडिकल की मूलभूत व्यवस्था भी आश्रम में कावड़ियों के लिए निशुल्क की गई है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर उर्मिल आनंद गिरि ने कहा कि शिव तो सभी के प्रिय हैं और पूरी दुनिया के पालनहार हैं। शिव भक्तों का धर्मनगरी हरिद्वार में स्वागत सत्कार करना हमारा परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय गुरु मोती आश्रम सदैव के लिए मानव सेवा के लिए खुला हुआ है। इस अवसर पर सुनील तंवर ने कहा कि हरिद्वार में कोरोना के 2 साल बाद आयोजित हो रही भव्य कांवड़ यात्रा दुनिया का सबसे बड़ा मेला है। जिसमें कुछ ही दिनों में करोड़ों की संख्या में कांवड़िए हरिद्वार गंगाजल लेने पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान शिव सभी की आस्था का केंद्र हैं और पूरी दुनिया भोले की दीवानी है। स्वर्गीय गुरु मोती महंत आश्रम का मूलभूत सिद्धांत ही दूर दराज से आए श्रद्धालुओं की सेवा करना है।
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