हरिद्वार। पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के जीवन में गुरु की भूमिका महत्वपूर्ण है। शिष्य अपने गुरु के बताए पथ पर ही आगे बढ़ता है। शिष्य के जीवन में सदाचार, कौशल, ज्ञान और बुद्धिमत्ता का विकास गुरु की कृपा से ही संभव होता है। इसलिए शिष्य को गुरु का कृपापात्र होना जरुरी होता है। जिसमें पात्रता नहीं वह कदापि ज्ञान का अधिकारी नहीं हो सकता। गुरू पूर्णिमा के अवसर पर भूपतवाला स्थित श्री थानाराम आश्रम में श्रद्धालु भक्तों को गुरू की महिमा से अवगत कराते हुए सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि विश्व में भारत का अद्वितीय स्थान बनाने वाली गुरू शिष्य परम्परा में शिष्य का समर्पण भी महत्वपूर्ण है। वे भाग्यशाली हैं कि उन्हें पूज्य स्वामी शालिग्राम जैसे महान गुरू का सानिध्य प्राप्त हुआ है। पूज्य गुरूदेव गुरू की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए उनके अधूरे कार्यो को पूरा करना ही उनके जीवन का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सभी को गुरू की आज्ञा का पालन करते हुए मन, वचन, कर्म से गुरू के प्रति समर्पित रहना चाहिए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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