हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि भगवान शिव सृष्टि के सर्वशक्तिमान देव हैं। अपनी शरण में आने वाले प्रत्येक भक्त का महादेव अवश्य कल्याण करते हैं। निरंजनी अखाड़ा स्थित चरण पादुका मंदिर में शिव पूजन के दौरान उपस्थित श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि प्रतिदिन विधि विधान व पूर्ण श्रद्धाभाव से भगवान शिव की आराधना करने से जीवन की सभी दुश्वारियां दूर हो जाती हैं। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि भगवान शिव अत्यन्त दयालु व कृपालु देव हैं और सभी पर समान रूप से कृपा बरसाते हैं। नियमित रूप से शिव आराधना करने के साथ श्रद्धालु भक्तों को माता पार्वती और भगवान गणेश का भी ध्यान अवश्य करना चाहिए। भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की स्तुति के बिना शिव पूजन अधूरा माना जाता है। संपूर्ण शिव परिवार की आराधना करने से श्रद्धालु को शिव शक्ति दोनों की विशेष कृपा प्राप्त होती है। श्रद्धालुओं को गंगा स्वच्छता के प्रति प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि गंगा करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था की प्रतीक है। देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु हरिद्वार में गंगा स्नान के लिए आते हैं। ऐसे में सभी का दायित्व है कि गंगा स्वच्छता के प्रति योगदान करें। किसी प्रकार की गंदगी गंगा में डालें। गंगा को प्रदूषण से बचाने में सहयोग करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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