हरिद्वार। भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान के पदाधिकारियों ने जमालपुर रोड स्थित कार्यालय पर परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की जयंती पर उन्हें व अन्य शहीदों को नमन किया। इस दौरान सभी ने शहीदों के जीवन आदर्श से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। भारतीय किसान यूनियन किसान उत्थान के जिला अध्यक्ष इरशाद अली ने वीर अब्दुल हमीद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वर्ष 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीर अब्दुल हमीद ने निर्णायक भूमिका निभायी। उनकी बहादुरी के चलते दुश्मन को मूंह की खानी पड़ी। सच्चे देश भक्त बहादुर सैनिक वीर अब्दुल के जीवन से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए और देश के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के निर्माण में सभी धर्म के लोगों का योगदान रहा है। सभी धर्म समुदायों के सम्मिलित प्रयासों से ही आज भारत एक महाशक्ति के रूप में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी पाल ने कहा कि देश वीर अब्दुल हमीद का सदैव ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद महान योद्धा थे। उन्होंने कहा कि सर्वधर्म समभाव के चलते ही देश को आजादी मिली। आजादी को अक्षुण्ण रखने में वीर सैनिकों के योगदान का सभी को सम्मान करना चाहिए। श्रद्धांजलि देने वालों में राजेंद्र प्रसाद त्रिपाठी,शिवम चैधरी,विनोद कश्यप,मुकेश कुमार, शहीद हसन,सैफ अली,मोहम्मद शाकिर,आरिफ अंसारी, नूर आलम आदि कार्यकर्ता शामिल रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment