हरिद्वारः अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) एव जनपद आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के मुख्य अधिशासी अधिकारी बीर सिंह बुद्वियाल ने जनपद के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए है कि भारत मौसम विज्ञान केन्द्र देहरादून द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के अनुसार 20 जुलाई को उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून,टिहरी, पौड़ी, नैनीताल,चम्पावत, उधमसिंह नगर तथा हरिद्वार के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने के साथ ही कहीं-कहीं पर अत्यंत भारी वर्षा होने की सम्भावना के मददे्नजर सम्भावित आपातकालीन स्थिति को देखते हुए प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखते हुये सावधानी सुरक्षा एवं आवागमन में नियंत्रण बरता जाये, किसी भी आपदाध्दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जाये, आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे,एनएच,पीडब्ल्यूडी,पीएमजीएसवाई,डब्ल्यूबी, सीपीडब्ल्यूडी आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे। श्री बुदियाल ने यह भी बताया कि समस्त राजस्व उपनिरिक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने अपने क्षेत्र में बने रहेंगे, समस्त बाढ़ चौकी,तहसील चौकीध्थाने भी आपदा सम्बंधी उपकरणों एवं वायरलेस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे, समस्त सम्बन्धित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना एसईओसी,राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों-0135-2710335,टोल फ्री नं01070, 8218867005 एवं जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र,हरिद्वार के दूरभाष नम्बर-01334-223999, 1077 (टोल फ्री) 7055258800 पर तत्काल दर्ज करायेगें। उन्होंने कहा कि इस अवधि में किसी भी अधिकारी,कर्मचारी के मोबाईल फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे तथा लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की जाये और नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवर्टों के अवरोधों को दूर किया जाये।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment