हरिद्वार। हरिद्वार। आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत आगामी 13 से 15 अगस्त तक आयोजित होने वाले हर घर तिरंगा कार्यक्रम के सफल आयोजन के सम्बन्ध में अवगत कराते हुये मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने बताया कि जनपद में हर घर तिरंगा कार्यक्रम आयोजित किए जाने के सम्बन्ध में एक समिति गठित की गयी है, जो सरकार द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों के अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत समस्त ग्रामों/नगरों के हर घर पर राष्ट्रीय तिरंगा लगाये जाने के सम्बन्ध में कार्य करेगी। इसमें सभी राजकीय विभागों/संस्थाओं स्वयं सेवी संगठनों आदि का सहयोग लिया जायेगा। श्री जैन ने बताया कि जनपद के सभी ग्राम पंचायत/नगरीय निकायों में विद्यमान मकानों की संख्या ज्ञात कर उसके सापेक्ष राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिये एक कार्ययोजना तैयार की जा रही है तथा बाजारों में तिरंगा झण्डे से संबंधित कारोबारियों से सम्पर्क स्थापित करते हुए कम लागत के झण्डों की जनपद के मांग के अनुरूप उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है, जिसके लिये ग्राम्य विकास विभाग के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों, जो कि झण्डे निर्माण आदि से संबंधित कार्य करते हैं, उनसे भी कम लागत के झण्डे तैयार कराये जाने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया जा रहा है। मुख्य विकास अधिकारी ने यह भी बताया कि जनपद में हर घर तिरंगा कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु लगातार जनजागरूकता अभियान चलाया जायेगा। सुनिश्चित किया जायेगा कि प्रत्येक गांव, शहर, कस्बों आदि में प्रत्येक व्यक्ति स्वयं प्रेरित होकर अपने घरों पर आगामी 13 से 15 अगस्त को तिरंगे झण्डे को लगाये। इस सम्बन्ध में ग्रामीण क्षेत्रों में खण्ड विकास अधिकारी एवं नगरीय क्षेत्रों में नगर निकायों के अधिकारियों को तिरंगे के वितरण एवं कार्यक्रम के सफल कियान्वयन हेतु सहयोग लिया जायेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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