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अंतिम चरण में पहुंचे लाखों दोपहिया सवार डाक कांवड़िएं

जिलाधिकारी ने बाईक पर सवार होकर किया मेला क्षेत्र का भ्रमण




 हरिद्वार। कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल से बंद कावड़ मेला मे इस बार कांवड़ियों की लाखों भीड़ उमड़ आयी। रविवार को हर तरफ कांवड़ियों की भारी भीड़ ने केसरिया से नगर को सराबोर कर दिया। मंगलवार को होने वाले जलाभिषेक से पूर्व डाक कांवड़ यात्रा के अंतिम चरण में रविवार को लाखों बाईक सवार डाक कांवड़िएं गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंच गए। हाईवे से लेकर शहर के अंदर विभिन्न मार्गो पर हर तरफ कांवड़िये-ही-कांवड़िये नजर आ रहे हैं। शनिवार शाम तक दो करोड़ 2800000 कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर जा चुके हैं। अनुमान है कि रविवार और सोमवार 02 दिन में करीब दो करोड़ कांवड़िए गंगाजल लेकर हरिद्वार से जाएंगे। हरिद्वार की सभी पार्किंग फुल होने के साथ-साथ हरिद्वार-दिल्ली फोरलेन हाईवे पर कांवड़ियों का पूरी तरह से कब्जा हो गया है। जहां एक तरफ वापस जाने वाले डाक कांवड़ियों के वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हुई हैं वहीं दूसरी तरफ आज बाइकर्स कावड़िए भी बड़ी संख्या में हरिद्वार पहुंच रहे हैं। 26 जुलाई को शिवरात्रि के दिन सभी शिवभक्त अपने-अपने शिवालयों में भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से जलाभिषेक करेंगे। हर की पैड़ी पर लाखों की तादाद मे उपस्थित शिवभक्तों का सैलाव मानों गंगा के समानान्तर प्रवाहित हो रहा हो। गंग नहर पटरी मार्ग से जहां पैदल कांवड़ियें वापस लौट रहे हैं। वहीं हरिद्वार-दिल्ली हाईवे पर अब पूरी तरह डाक कांवड़ियों का कब्जा हो गया है। प्रशासन ने हाईवे की एक लेन को अब तक वाहनों की आवाजाही के लिए खुला रखा था। कांवड़ यात्रा के अंतिम चरण में पहुंचते ही डाक कांवड़ियों की भारी भीड़ पहुंचने लगी है। निर्धारित समयावधि में गंतव्य तक पहुंचने के बैनर लगाए डीजे लगे ट्रको, ट्रैक्टर ट्रालीयों, छोटा हाथी आदि वाहनों के आगे दौड़ते हजारों डाक कांवड़िएं दिन रात हाईवे से वापसी कर रहे हैं तो लगभग समान संख्या में दोपहहिया वाहनों पर सवार कांवड़िएं जल लेने के लिए पहुंच रहे हैं। रविवार को भारी संख्या में डाक कांवड़िएं जल लेने पहुंचे। पुलिस प्रशासन द्वारा डाक कांविड़यों के वाहनों को निर्धारित पार्किंग में रोककर जल लेने के लिए पैदल हरकी पैड़ी भेजा जा रहा है। इसके लिए शिवमूर्ति पर लगाए गए बैरियर को भी हटा दिया गया है। कांवड़ियों को ऋषिकुल तिराहे से सीधे रेलवे रोड़ होते हुए हरकी पैड़ी भेजा जा रहा है। जलाभिषेक का समय नजदीक आने के साथ ही कांवड़िए तेजी से वापसी कर रहे हैं। सोमवार को अधिकांश पैदल कांवड़िएं वापस लौट जाएंगे। जबकि डाक कांवड़ियों की वापसी जलाभिषेक तक चलती रहेगी। कांवड़ियों की सुरक्षित वापसी कराने में पूरा प्रशासनिक अमला व पुलिस के अधिकारी व जवान जुटे हुए हैं। रविवार को जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बाईक पर सवार को मेला क्षेत्र का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कांवड़ पटरी मार्ग व हाईवे का निरीक्षण कर कांवड़ियों को प्रदान की जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। गंगा घाटों पर जल पुलिस के साथ स्नान कर रहे कांवड़ियों की सुरक्षा का जायजा लेने से भी जिलाधिकारी पीछे नहीं हट रहे हैं। मोटरसाईकिल के माध्यम से हाईवे पर चल रहे कांवड़ियों की व्यवस्था का जायजा लेने भी स्वयं उतरे। वही कांवड़ मेला के अन्तिम चरण मे लगातार दूसरे दिन भी डाक कांवड़ का सैलाब उमड़ने से हरिद्वार-ऋषिकेश हाईवे पर कई घंटों तक जाम लगा रहा। ग्राीन कॉरिडोर से लेकर हाईवे की दूसरी लेन डाक कांवड़ वाहन से पूरी तरह से पैक रही। आलम यह रहा कि कई घंटे तक डाक कांवड़ के वाहन एक किलोमीटर की दूरी भी नहीं तय कर सके। पुलिस फोर्स के भी दिन भर हाथ पांव फूलते रहे। देहरादून-ऋषिकेश पहुंचने में कई घंटे जाम से होकर गुजरना पड़ा। इधर, हिल बाईपास मार्ग से आवाजाही होने के चलते मनसा देवी पैदल मार्ग के पास जाम की स्थिति दिन भर बनी रही।


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