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भक्त का उद्धार कर यश वैभव प्रदान करते हैं भगवान शिव-श्रीमहंत रविन्द्रपुरी

 हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा है कि त्रिदेवों में देवों के देव महादेव व्यक्ति की चेतना के अंतर्यामी हैं। जो सृष्टि की उत्पत्ति स्थिति एवं संहार के अधिपति हैं। शिव अनादि तथा सृष्टि प्रक्रिया के आदि स्रोत हैं और महाकाल ही ज्योतिष शास्त्र के आधार हैं। श्रावण मास के आखिरी सोमवार को कनखल स्थित श्री दक्षेश्वर महादेव मंदिर में श्रद्धालु भक्तों को शिव महिमा का वर्णन करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि शिव का अर्थ परम कल्याणकारी है। लेकिन वह हमेशा लय एवं प्रलय दोनों को अपने अधीन किए हुए हैं। भगवान से सभी को समान सृष्टि को देखते हैं। इसलिए उन्हें महादेव कहा जाता है। अपनी शरण में आने वाले का भगवान शिव उद्धार करते हैं और उसे यश वैभव प्रदान करते हैं। शांति, विनाश, समय, योग, ध्यान, नृत्य, प्रलय और वैराग्य के देवता सृष्टि के संहारकर्ता और जगतपिता भगवान शिव के भीतर संपूर्ण ब्रह्मांड समाया हुआ है। जब कुछ नहीं था तब भी सिर्फ शिव थे और जब कुछ ना होगा तब भी शिव होंगे। शिव समस्त सृष्टि का भरण पोषण करते हैं और उनके स्वरूप में संपूर्ण सृष्टि का आधार टीका है। श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मा विष्णु और कैलाशपति शिव मे कोई भेद नहीं है। परंतु सृष्टि के कार्य के लिए सब अलग-अलग रूप लेते हैं। सतयुग से कलयुग तक एक ही मानव शरीर रहता है। जिसके ललाट पर ज्योति है। इसी स्वरूप द्वारा जीवन व्यतीत कर परमात्मा ने मानव को वेदों का ज्ञान प्रदान किया है। जो मानव के लिए अत्यंत ही कल्याणकारी साबित हुआ है। इसलिए जो व्यक्ति कैलाश वासी भगवान शिव का स्मरण कर लेता है। उसके जन्म जन्मांतर के पुण्य का उदय हो जाता है और अंत में वह परमात्मा को प्राप्त करता है। इस दौरान महंत सूर्य मोहनगिरी, महंत कृष्णापुरी भी मौजूद रहे।


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गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।