हरिद्वार। सीआईयू एवं कोतवाली ज्वालापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने दस हजार के इनामी तुषार उर्फ नोनी पेवल को शहर से ही गिरफ्तार किया है जबकि दो आरोपी शुभम एवं वासु को मोहाली पंजाब से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। घटना में शामिल रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस टीमें जुटी हुई है। बताते चले कि करीब दस दिन पूर्व कोतवाली ज्वालापुर क्षेत्रान्गर्त भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के गृह क्षेत्र मध्य हरिद्वार क्षेत्र की खन्नानगर कालोनी निवासी भाजपा नेता दीपक टंडन के घर घुसकर भाजयुमो नेता विष्णु अरोड़ा ने अपने साथियों के साथ फायरिंग की वारदात को वारदात को अंजाम दिया था। मामले मे भाजपा नेता की शिकायत पर हरकत में आई पुलिस ने उसी दिन उसके सगे भाई कृष्णा अरोड़ा समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था जबकि दो आरोपियों की गिरफ्तारी उसके बाद भी हुई थी। गुरुवार को सीआईयू की मदद से ज्वालापुर पुलिस ने मुख्य आरोपी दस हजार के इनामी भाजयुमो नेता विष्णु अरोड़ा को भेल सेक्टर दो के पास से गिरफ्तार किया था, जिसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया था। मुख्य कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी के अनुसार मामले मे दस हजार के इनामी दूसरे आरोपी तुषार उर्फ नोनी पेवल पुत्र मोहन लाल निवासी वाल्मीकि बस्ती कनखल को रानीपुर झाल के पास गिरफ्तार किया गया। बताया कि दो आरोपी वासु शर्मा पुत्र अरुण कुमार निवासी नीबू घेर मोतीबाजार एवं शुभम वशिष्ठ पुत्र मनोज कुमार निवासी हनुमान मंदिर रामनगर कालोनी को बस स्टैंड जीरकपुर मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया। बताया कि दस हजार के इनामी लक्की भदौरिया, कन्नू पहाड़ी एवं श्रेय शास्त्री समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। बताया कि अब तक आठ आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
Comments
Post a Comment