हरिद्वार। बीएचईएल में काम करने वाले संविदा कर्मियों ने समय पर वेतन नहीं मिलने पर अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार कर दिया। कार्यबहिष्कार का सबसे ज्यादा असर बीएचईएल की स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा है। अस्पताल पहुंच रहे मरीज भटकने को मजबूर हैं। वेतन देने की मांग को लेकर गुरुवार को बीएचईएल में सैकड़ों संविदा कर्मियों ने प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि जुलाई माह का वेतन अगस्त माह की 18 तारीख तक भी नहीं मिला है। वेतन न मिलने के कारण बीएचईएल फैक्ट्री, बीएचईएल स्वास्थ्य और अन्य सेवाओं में लगे संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार पर चले गए हैं। अस्पताल प्रबंधन ने कार्यबहिष्कार पर गए कर्मचारियों को काफी समझाने का प्रयास किया। लेकिन सभी कर्मचारी वेतन देने की बात पर अड़े रहे। बीएचईएल प्रबंधन ने अप्रैल माह से इन संविदा कर्मियों को एक सिक्योरिटी कंपनी के अधीन कर दिया है। इस कंपनी को ही संविदा कर्मियों को समय पर वेतन का भुगतान करना था। लेकिन इस माह की 18 तारीख निकलने के बाद भी अब तक संविदा कर्मियों को उनके वेतन का भुगतान नहीं हुआ है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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