हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिये कि आमजन की समस्याओं का निस्तारण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिये जनता की कोई भी समस्या हो,उसका निस्तारण व्यक्तिगत रूचि लेकर हल करना सुनिश्चित करें। मंगलवार को नगर निगम रूड़की के मीटिंग हाल में आमजन की समस्याओं के निराकरण हेतु आयोजित’’तहसील दिवस’’ में आमजन की समस्याओं को सुनने के दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को दिए निर्देश।’’तहसील दिवस’’ में कुल 36 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए,जिनमें से 04 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया तथा शेष प्रार्थना पत्रों को प्रकरण के निस्तारण में लगने वाले समय के अनुसार संबंधित विभागों के अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारित करने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। इस मौके पर जिलाधिकारी ने विगत तहसील दिवस में आई शिकायतों की भी समीक्षा की, जिसमें 16 शिकायतें लम्बित दिखाई गयीं थी। आज सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने अवगत कराया कि 15 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। एक शिकायत जो किन्हीं कारणों से लम्बित है,उसके भी शीघ्रातिशीघ्र निस्तारण के निर्देश जिलाधिकारी ने दिये। उन्होंने तहसील दिवस में आज प्राप्त होने वाली शिकायतों में जाति प्रमाण बनाये जाने,जमीन की पैमाईस,वृद्धावस्था पेंशन दिलाये जाने,राशन कार्ड बनवाये जाने, पानी के बिलों को ठीक कराये जाने,अवैध कब्जा हटाये जाने,जल निकासी की व्यवस्था करने, चकरोड से कब्जा हटाने, विद्युत बोल्टेज आदि की समस्या,ई0डब्ल्यू0एस0 का प्रमाण पत्र बनाये जाने, आदि से सम्बन्धित प्रकरण प्राप्त हुये। ’’जिलाधिकारी ने इन सभी पर सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को समयबद्ध ढंग से समस्याओं के निराकरण के निर्देश दिये। तहसील दिवस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने भी कानून-व्यवस्था से सम्बन्धित कई प्रकरणों पर कार्रवाई करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन,अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह,परियोजना निदेशक विक्रम सिंह,जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी विजय देवराड़ी,मुख्य उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव,जिला समाज कल्याण अधिकारी टी0आर0 मलेठा,जिला बचत अधिकारी आर0एस0पाल,जिला पूर्ति अधिकारी मुकेश कुमार,उद्योग महाप्रबन्धक सुश्री पल्लवी गुप्ता ,तहसीलदार रूड़की,बाल विकास विभाग,शिक्षा विभाग,चकबन्दी सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
Comments
Post a Comment