हरिद्वार। जिले की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को तहसील परिसर में पहुंचकर तहसीलदार के कार्यालय का घेराव कर दिया। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए बीएलओ का कार्य करने से भी इनकार कर दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि बेहद कम वेतन में उनसे आगनबाड़ी के साथ ही बीएलओ का भी कार्य कराया जा रहा है। इस अवसर पर उत्तराखंड आगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष ममता बादल, शहर अध्यक्ष वैशाली अरोड़ा ने बताया कि उन्हें एक साल में मात्र छह हजार रुपये का वेतन देकर आगनबाड़ी के साथ ही बीएलओ का भी कार्य कराया जा रहा है। वोटर कार्ड को आधार कार्ड से ऑनलाइन और अपडेट करने के लिए उन्हें शासन की ओर से आदेशित किया गया है। जिसके लिए संसाधन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के पास उपलब्ध नहीं है। जिसे लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया है कि अब वह बीएलओ का कार्य नहीं कर पाएगी। इस दौरान उन्होंने 20 हजार रुपये वार्षिक वेतन के रूप में दिए जाने की भी मांग की। इस अवसर पर रुकमणी खरे, आशा, सुषमा सहगल सहित सैकड़ों की संख्या में आगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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