हरिद्वार। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने डीआईजी के निर्देश पर भूमि को लेकर चल रहे विवाद के समझौते के नाम पर गाजियाबाद के व्यक्ति से नौ करोड़ की रकम ठगने के मामले मे मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार मामले मे आरोप है कि विरोध करने पर उसके एवं साथियों की हत्या करने की नीयत से गोलियां भी दागी गईं। डीआईजी डॉ योगेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर ज्वालापुर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा दर्ज कराते हुए विनोद गोस्वामी पुत्र जगदीश गोस्वामी निवासी सीकरी खुर्द मोदीनगर जिला गाजियाबाद ने बताया कि उसने ज्वालापुर क्षेत्र में कई वर्ष पूर्व मुकेश पुत्र जयप्रकाश, वेदानन्द प्रसाद पुत्र जगदीश प्रसाद, उसकी पत्नी मीना देवी, मुकेश पुत्र जयप्रकाश, कल्पना पत्नी मुकेश से 13.75 करोड़ में जमीन खरीदी थी,जिसकी एवज में 7.79 करोड़ का भुगतान ले लिया गया था। आरोप है कि भूमि को लेकर विवाद खड़ा होने पर 5.96 करोड़ का भुगतान रुकवा दिया था। आरोप है कि 22 अगस्त को वेदानन्द,मीना देवी व मुकेश ने विवाद के समझौते के लिए बुलाकर 5.96 करोड़ के स्थान पर नौ करोड़ लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर दिए। आरोप है कि रकम देने के बाद वह भूमि पर पहुंचा तब वेदानंद,उसका पुत्र वीनू गोपाल,दूसरा पुत्र अमर वर्मा,मुकेश,मीना,प्रेरणा पत्नी अमर वर्मा,विजय शुक्ला,जयप्रकाश अवस्थी एवं चार अन्य लोग असलहे से लैस होकर पहुंचे। आरोप है कि गाली गलौच करते हुए उस पर एवं उसके साथ आए सोमेश्वर त्यागी,रामगोपाल शर्मा,रविन्द्रपाल सिंह,सूरज सिंह,आकाश व नीरज सिंह पर असलहे से फायर किए लेकिन उनकी जान बच गई। आरोप है कि समझौते के नाम पर उससे नौ करोड़ की रकम ठग ली गई है। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी के अनुसार मामले मे मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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