हरिद्वार। हनुमान घाट स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण का छठी उत्सव धूमधाम से मनाया गया। महंत रविपुरी महाराज के सानिध्य में विधि-विधान से भगवान श्रीकृष्ण को पालने से उठाकर पीले वस्त्र धारण कराए गए। जिससे पूरा माहौल कृष्णमय हो गया। पूजा अर्चना के बाद कढ़ी चावल और हलवे का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया गया। छठी उत्सव में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं नगर विधायक मदन कौशिक व सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार भी शामिल हुए और पूजन के बाद महंत रविपुरी महाराज से आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं भक्तों को भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं के बारें में जानकारी देते हुए कहा कि जीवन में मनुष्य को सदा दूसरों का कल्याण करना चाहिए। जो व्यक्ति सत्य के मार्ग पर चलते हैं। उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी अपने जीवन में सदैव निर्धन और असहाय लोगों की सहायता की।उन्होंने अपने मित्र सुदामा के गरीब होने की दशा में अपना राजपाठ तक उन्हें दे दिया था।उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत सात दिन तक अपनी अंगुली पर उठाकर रखा था और इंद्र देवता ने भी इस दौरान वर्षा की थी। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण ने ब्रजवासियों पर कोई कष्ट नहीं आने दिया। सभी को निर्धन व असहाय लोगों की मदद करनी चाहिए। इस मौके पर संकीर्तन मंडली ने भगवान श्रीकृष्ण के भजनों का गुणगान कर श्रद्धालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान नगर विधायक मदन कौशिक,सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह,एसएमजेएन कॉलेज के प्राचार्य डा.सुनील कुमार बत्रा,पार्षद विनीत जौली,दीपक शर्मा,मोती बाजार व्यापार मंडल अध्यक्ष आशुतोष वर्मा,सुरेश अग्रवाल,श्रीकृष्ण शर्मा,दीपक झा,गगन सोड़ी,पुष्पेंद्र शर्मा,अंकित पटेल,अंकित पुरी आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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