हरिद्वार। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बुधवार को कनखल क्षेत्र में भ्रमण कर लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरूक किया। संयुक्त टीम ने इस दौरान गमले, फ्रीज और कूलर में जमा पानी को भी नष्ट कराया। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया इस दौरान तीन स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला, जिसको नष्ट कर दिया गया। उन्होंने बताया कि कनखल के अस्पताल में भी डेंगू का लार्वा मिला। मंगलवार शाम को आई एलाइजा जांच रिपोर्ट में तीन मरीजों को डेंगू की पुष्टि हुई थी। जिन तीन लोगों की एलाइजा रिपोर्ट पॉजिटिव आयी वह सभी कनखल क्षेत्र के थे। जिसमें से एक कनखल के पहाड़ी बाजार और अन्य दो एक अस्पताल के कर्मचारी थे। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कनखल क्षेत्र में डेंगू के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाते हुए क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि इस दौरान तीन स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला। जिसको स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की संयुक्त टीम ने नष्ट किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम में मलेरिया निरीक्षक चंद्रमोहन कंसवाल, उषा बिष्ट और आशा कार्यक्रत्री मौजूद रही।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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