हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम में आयोजित 20वीं उत्तराखंड स्टेट बास्केटबॉल चैंम्पियनशिप के महिला और पुरुष वर्ग में देहरादून की टीम ने जीत दर्ज की है। विजेता टीमों को मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया है। जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन की ओर से आयोजित तीन दिवसीय उत्तराखंड स्टेट चैंम्पियनशिप के पुरुष वर्ग का फाइनल मैच मसूरी और देहरादून की टीम के बीच खेला गया। जिसमें देहरादून की टीम ने मसूरी की टीम को 40-22 के अंतर से हराकर जीत दर्ज की। महिला वर्ग का फाइनल मैच देहरादून और हरिद्वार के बीच खेला गया, जिसमें देहरादून की टीम ने हरिद्वार को 65-57 के अंतर से हराकर चौंपियनशिप पर कब्जा कर लिया। विजेता और उपविजेता टीमों के खिलाड़ियों के साथ ही बास्केटबॉल के कोच को मुख्य अतिथि धन सिंह रावत ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बास्केटबॉल एसोसिएशन देश और प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देने का काम कर रही है। जिला बास्केटबॉल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष संजय चतुर्वेदी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.रूप किशोर शास्त्री,रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा,गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के खेल एवं शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रभारी डॉ अजय कौशिक आदि ने मुख्य अतिथि के साथ खिलाड़ियों को सम्मानित किया। बास्केटबॉल एसोसिएशन के जिला सचिव संजय चौहान ने बताया कि तीन दिवसीय बास्केटबॉल चौंपियनशिप में पुरुष और महिला वर्ग की 21 टीमों के करीब 258 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया है। राष्ट्रीय बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन मध्यप्रदेश में किया जाएगा। जिसमें स्टेट की विजेता टीम प्रतिभाग कर सकेगी। इस अवसर पर एचईसी ग्रुप के डायरेक्टर संदीप, मनदीप ग्रेवाल, विकास तिवारी, शिवम आहूजा, लक्ष्य, विकास वर्मा आदि मौजूद थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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