हरिद्वार। उत्तराखण्ड के उपरी हिस्सों मे पहाड़ों में हो रही बारिश के बाद हरिद्वार में उफनाई गंगा ने शनिवार सुबह खतरे के निशान को पार कर लिया। गंगा का जलस्तर 294.5 मीटर दर्ज किया गया है। खतरे का निशान पार करने से पहले ही निचले इलाकों को हाईअलर्ट कर दिया गया। गंगा के जल स्तर में सुबह हुई वृद्धि की सूचना पर एसडीएम पूरण सिंह राणा ने डूब संभावित क्षेत्रों में पहुंचकर निरीक्षण किया और हालात का जायजा लिया। जलस्तर के बढ़ने के बाद बाढ़ चौकियों को भी अलर्ट किया गया। जिला प्रशासन गंगा के जलस्तर पर निगाह बनाए हुए है। लोगों को गंगा की ओर जाने से मना किया जा रहा है। 2022 में पहली बार गंगा खतरे के निशान के पार पहुंची है, इससे पहले 2021 अक्तूबर में गंगा खतरे के निशान पर 294.50 तक पहुंची थी। मालूम हो कि 293 चेतावनी और 294 मीटर खतरे का निशान है।गंगा के खतरे के निशान पर बहने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया। डूब क्षेत्रों में विशेष नजर रखी जा रही है। जलस्तर बढ़ने पर गंगा किनारे रहने वाले लोगों की शिफ्टिंग की भी तैयारी है। गंगा के जल स्तर में सुबह हुई वृद्धि की सूचना पर एसडीएम पूरण सिंह राणा ने भीमगोड़ा,चण्डी पुल, बैरागी कैंप आदि क्षेत्रों में पहुंचकर निरीक्षण किया और हालात का जायजा लिया। एसडीएम ने बताया कि अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है। सभी बाढ़ चौकियों को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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